आगरा। विधानसभा क्षेत्रों में जारी एसआईआर प्रक्रिया में भारी अव्यवस्थाएं सामने आ रही हैं। फॉर्म-6 की गंभीर कमी के कारण नए मतदाता बेहद परेशान हैं। बीएलओ द्वारा फॉर्म उपलब्ध न कराए जाने पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शब्बीर अब्बास ने कड़ा विरोध जताते हुए इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का खुला हनन बताया।
सूत्रों के मुताबिक, कई क्षेत्रों में बीएलओ लोगों को फॉर्म-6 उपलब्ध नहीं कर रहे, जबकि निर्वाचन आयोग की ओर से इसे अनिवार्य श्रेणी में रखा गया है। इससे सबसे अधिक प्रभावित वे युवा हैं जो पहली बार मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।
फॉर्म-6 न मिलने से 18 वर्ष से ऊपर के नए मतदाता आवेदन ही नहीं कर पा रहे। वहीं जिन लोगों का नाम किसी त्रुटि के चलते पहले ही मतदाता सूची से कट गया था, वे दोबारा शामिल होने के अवसर से वंचित होते नज़र आ रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि एसआईआर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऐसे हजारों नागरिक ड्राफ्ट और अंतिम दोनों सूची से बाहर रह जाएंगे।
आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक भी दस्तावेज़ों की कमी और फॉर्म न मिलने के कारण आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं कर पा रहे। इस गंभीर स्थिति पर सपा नेता शब्बीर अब्बास ने निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
उन्होंने चार मुख्य मांगें रखीं—
1. बीएलओ को तुरंत फॉर्म-6 उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जाएं।
2. एसआईआर अवधि में फॉर्म न भर पाने वालों को विशेष अनुमति देकर राहत दी जाए।
3. दस्तावेज़ों की कमी होने पर वैकल्पिक प्रमाण स्वीकार किए जाएं।
4. जरूरत पड़ने पर विशेष सहायता शिविर लगाए जाएं ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से बाहर न रह जाए।
शब्बीर अब्बास का कहना है कि त्वरित कार्रवाई से हजारों नागरिकों का मतदान अधिकार सुरक्षित रहेगा और एसआईआर प्रक्रिया की पारदर्शिता को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

