आगरा: सिकंदरा क्षेत्र के अंतर्गत केके नगर में एक फर्जी कैंप लगाकर लोगों की बायोमेट्रिक लिए जाने का मामला सामने आया है। फर्जी तरह से आयुष्मान कार्ड रजिस्टर करने की शिकायत पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्यवाही की। विभाग को आशंका है कि बायोमेट्रिक का गलत इस्तेमाल हो सकता है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें सूचना प्राप्त हुई कि केके नगर में फर्जी तरह से कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड रजिस्टर किए जा रहे हैं। विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां एक महिला व कुछ पुरुष लोगों की बायोमेट्रिक ले रहे थे। आयुष्मान की वेबसाइट खोलकर उस पर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा था। टीम ने उनसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई आईडी मांगी गई, जो उनके पास नहीं थी। टीम ने महिला व पुरुषों को पकड़ा। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की तहरीर पर कैंप लगाने वाले लोगों को पकड़ लिया गया।
सीएमओ ने बताया कि आयुष्मान कार्ड को लेकर पहले भी कई शिकायतें आती रहती हैं। लेकिन इस तरह की शिकायत पहली बार आई। शुल्क लेने के अलावा आरोपी आयुष्मान कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट खोलकर रजिस्ट्रेशन कर रहे थे। बायोमेट्रिक ले रहे थे। बायोमेट्रिक का गलत इस्तेमाल हो सकता है।
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कभी कैंप निजी स्तर पर नहीं लगाए जाते हैं। सरकारी स्तर पर ही आयुष्मान कार्ड बनवाए जाते हैं। पिछले दिनों राशन डीलरों के यहां भी कार्ड बनवाने की सुविधा शुरू की गई है। पंचायत स्तर पर भी बन रहे हैं। कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई-आईटीएसएल केंद्र पर जाकर भी कार्ड बनते हैं। चिह्नित ग्राम रोजगार सहायक व वार्ड इंचार्ज के सहयोग से भी आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकते हैं। कार्ड निःशुल्क बनते हैं, इनके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।