आगरा के हॉस्प्टिलों पर स्वास्थ्य विभाग का एक्शन जारी है. मंगलवार की तरह आज बुधवार को भी आगरा के तीन बड़े अस्पतालों पर कार्रवाई की गई. अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके राहुल द्वारा शहर के मदिया कटरा स्थित नारायणी हॉस्प्टिल, बाईपास रोड स्थित नयती हॉस्पिटल और कीठम बाईपास स्थित वाइल्ड लाइफ वेटनरी हॉस्प्टिल के अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर सीलिंग की कार्रवाई की गई.
इन तीनों के अल्ट्रासाउंड केंद्रों जिनकी वैधता 31 जनवरी 2023 और 12 मार्च 2023 रही, जिसकी समाप्ति पर भी केंद्र स्वामियों द्वारा समय से लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया गया जिसके कारण यहां संचालित मशीनों को सील किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से नारायणी हॉस्प्टिल की एक अल्ट्रासाउंड मशीन, नयती हॉस्प्टिल की तीन अल्ट्रासाउंड मशीन, एक सीटी तथा एक एमआरआई मशीन तथा वाइल्ड लाइफ वेटनरी हॉस्पिटल की तीन अल्ट्रासाउंड मशीनों को सील किया गया है.
मंगलवार को इन अस्पतालों पर की गई थी कार्रवाई
मंगलवार को नोडल अधिकारी डॉ. एसके राहुल और अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम की टीम पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर इंस्टीटयूट सिकंदरा पहुंची. पंजीकरण खत्म हो जाने पर अल्ट्रासाउंड की दोनों मशीनों को टीम ने सील कर दिया. चूंकि पंजीकरण खत्म हो चुका है ऐसे में अब दोबारा पंजीकरण करना पड़ेगा.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सरकार हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड की तीन मशीन सील की हैं. सरकार हॉस्पिटल में डॉ. वरुण सरकार के नाम से अल्ट्रासाउंड मशीन का पंजीकरण है, उनका निधन हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीन अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी.
पंजीकरण निरस्त होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक और कार्रवाई की. डॉ. नीरजा अग्रवाल के बल्केश्वर स्थित हॉस्पिटल की अल्ट्रासाउंड मशीन टीम ने सील कर दी.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि अल्ट्रासाउंड मशीन का पंजीकरण समाप्त होने पर प्यारी बिटिया एप के माध्यम से जानकारी मिली थी, इस पर कार्रवाई करते हुए अल्ट्रासाउंड मशीन सील की गई हैं.