आगरा। सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ किसानों का धरना जारी है, जिसमें किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद धरने में फिर से शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि वह आखिरी सांस तक अन्याय के विरोध में लड़ाई जारी रखेंगे।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर और किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप ने संयुक्त रूप से कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की जीरो टोलरेंस पॉलिसी का सहकारिता विभाग भ्रष्टाचार कर पलीता लगा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन सहकारिता विभाग के सामने मजबूर और असहाय बनकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
धरने की मांगों में 21 सहकारी समितियों के गोदामों के निर्माण में 4 करोड़ 12 लाख रुपये के घोटाले और अनियमितताओं की जांच का खुलासा करना, पुलिस विभाग ग्रामीण सुरक्षा आवासीय समिति के कथित अध्यक्ष प्रदीप यादव और सचिव केपी यादव द्वारा सैकड़ों भूखंड बेचने पर एफआईआर दर्ज करना शामिल है।
धरने में मुख्य रूप से रामेश्वर तोमर, छीतरिया, सत्यवीर सिंह चाहर, महताप चाहर, रामू चौधरी, नागेंद्र फ़ौजी, प्रदीप फौजदार, विशम्बर सिंह, विनोद फौजदार, लाखन सिंह, महेश फौजदार, दीपू चाहर, भरत कुशवाह, पप्पू कोली, ओमप्रकाश बघेल, वीरेंद्र चाहर, लीलाधर, चक्खन लाल आदि किसान मौजूद रहे।