आगरा। आगरा के विभिन्न विद्यालयों में पुस्तकों, कॉपियों, ड्रेस एवं फीस में अनियमितताओं को लेकर अभिभावकों में गहरी नाराजगी है।
इस संबंध में अभिभावक संघ के संरक्षक एवं श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष, डॉ. मदन मोहन शर्मा ने आज मंडलायुक्त को शिकायत सौंपते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
डॉ. शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ विद्यालय केवल निर्धारित दुकानों से ही पुस्तकें खरीदने का दबाव बना रहे हैं, जिससे अभिभावकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों द्वारा एकल विक्रेता से पुस्तकें खरीदने का दबाव डाला जा रहा है। विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को प्राथमिकता देने के बजाय निजी प्रकाशनों की महंगी किताबें अनिवार्य की जा रही हैं
डॉ. शर्मा ने कहा विक्रेताओं का सत्यापन तक नहीं कराया गया है। कई विक्रेताओं के पास उचित प्रमाणन नहीं है, जिससे सुरक्षा और गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं। पुस्तकों की कीमतों में पारदर्शिता की कमी है। सूची में प्रकाशक, लेखक और संस्करण की जानकारी स्पष्ट नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता बरती जा रही है। कक्षा में 40 छात्रों की अधिकतम सीमा होते हुए भी 80-80 छात्रों को प्रवेश दिया जा रहा है।
डॉ. शर्मा ने आरोप लगाया कि शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है। मिशनरी स्कूल सहित कई विद्यालयों में कमजोर वर्ग के छात्रों के प्रवेश को रोका जा रहा है।
मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने अभिभावकों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्यवाई का आश्वासन दिया। डॉ. शर्मा ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले की तत्काल जांच कर उचित कार्रवाई की जाए, जिससे अभिभावकों और छात्रों को राहत मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो अभिभावक संघ विरोध प्रदर्शन करने और कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से एडवोकेट ब्रज वर्मा, उमेश सिंह, पंडित नकुल सारस्वत, विधायक शर्मा, मोहित सिंह आदि शामिल थे।