आगरा: स्कूलों में शिक्षिकाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न की घटनाओं पर अब लगाम लगेगी। सूचना पर तत्काल संज्ञान लिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में तथा कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम 2013 के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जनपद स्तरीय सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। पोस्टर का विमोचन शनिवार को बीएसए कार्यालय में किया गया।
पोस्टर का विमोचन कमेटी के सभी सदस्यों के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने किया। एक्ट के अनुसार कमेटी में चार महिलाएं एवं तीन पुरुषों को शामिल किया गया है। जिसमें सपना सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस, खंड शिक्षा अधिकारी उमेश गौतम, महेश कान्त शर्मा, कल्पना कुमारी, बीएसए कार्यालय की सहायक अर्चना सिंह तथा मिथलेश कुमारी को कमेटी की जिम्मेदारी दी गई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में शिक्षिकाओं के साथ हो रहे किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न की शिकायत कमेटी से की जा सकती है। जिस पर कमेटी निष्पक्ष रूप से प्रकरण की जांच कर अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंपेगी। पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
पूर्व में बरौली अहीर में एक महिला शिक्षिका के साथ उसी विद्यालय के दो शिक्षकों द्वारा उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आने के बाद इस कमेटी का गठन किया गया है। यौन उत्पीडन की जागरूकता पर एक कार्यशाला आयोजित करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस एवं महेश कान्त शर्मा द्वारा बीएसए को सुझाव दिया गया। जिस पर बीएसए द्वारा आगामी माह में कमेटी को कार्यशाला आयोजित करने के लिए आश्वस्त किया।
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