आगरा: हर वर्ष की भांति ब्राह्मण परिषद आगरा के द्वारा आज शहर के विभिन्न स्थानों से खंडित देवी देवताओं की मूर्तियां एकत्रित कर हाथी घाट पर कुंड बनाकर व हिंदू रीति रिवाज के साथ मंत्र उच्चारण कर शहर के गणमान्य लोगों द्वारा विसर्जन किया गया।
आगरा ब्राह्मण परिषद के संयोजक सुनील दुबे ने बताया पिछले कई वर्षों से हम लगातार ऐसा करते हुए आ रहे हैं। इसकी शुरुआत दीपोत्सव के धनतेरस पर्व से एक दिन पहले विभिन्न जगहों पर स्टाल लगाकर की। हमने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि पुराने गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति को आप चिन्हित स्टॉल पर ही रखें जिनका विधि विधान पूर्वक विसर्जन हो सके।
संयोजक सुनील दुबे ने बताया कि भगवान गणेश और माता लक्ष्मी सहित अन्य भगवान की मूर्ति काफी संख्या में एकत्रित हुई है। 101 स्थानों से लगभग हजारों खंडित व पुरानी मूर्ति मिली है जिन्हें आज विधि विधान से विसर्जन किया जा रहा है। 11 ब्राह्मण विधिवत तरीके से मंत्रोच्चारण के साथ निगम की ओर से बनाये कुंड में सभी मूर्तियों को विसर्जन किया गया।
सुनील दुबे का कहना था कि पिछले कुछ वर्षों में लगातार में देखने में आ रहा था कि लोग दीपोत्सव पूजन के बाद भगवान की पुरानी व खंडित मूर्तियों को घर के बाहर पार्कों में रोड के किनारे तथा ऐसी जगह पर रख देते थे जहां वह किसी के पैरों के नीचे या किसी कूड़े के पास आ जाती थी। जिससे उनका बहुत ही अनादर होता था। मन ही मन यह एहसास हुआ कि क्यों ना इसमें कुछ बदलाव किया जाए। अपनी पुरानी पद्धति जिसमें कि अगर हम नए गणेश लक्ष्मी जी अपने घर में दिवाली के दिन लेकर आते हैं तो पुराने का भी विधिपूर्वक से सम्मान विदाई होना चाहिए। यह संकल्प अब पूरा हो रहा है।
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