आगरा। आज शहर में भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की 134वीं जयंती की धूम है। शहर ही नहीं, देहात में भी विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं। इसी क्रम में नगर निगम आगरा में अनूठे अंदाज़ में श्रद्धांजलि दी गई। सोमवार को नगर निगम परिसर में महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह और नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया और फिर संयुक्त रूप से केक काटकर उनकी जयंती मनाई।
इस मौके पर नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी भारी संख्या में उपस्थित रहे और “बाबा साहेब अमर रहें” के नारों के साथ वातावरण को गूंजायमान किया। नगर निगम परिसर में महर्षि वाल्मीकि सहित अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
कार्यक्रम में मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने भी उपस्थिति दर्ज कराई और बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जीवन भर समता, शिक्षा और मानवता के लिए संघर्ष किया ताकि भविष्य की पीढ़ियों को समान अवसर मिल सकें।
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने कहा, बाबा साहेब केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने करोड़ों लोगों के जीवन को दिशा दी है और आज भी उनके विचार समाज को शिक्षित, सशक्त और संगठित बना रहे हैं। नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा साहेब के विचार सामाजिक समरसता और शिक्षित समाज की नींव हैं।
नगर निगम द्वारा रविवार को ही शहर भर में बाबा साहेब की प्रतिमाओं और पार्कों की विशेष साफ-सफाई कराई गई थी। सोमवार को अधिकारियों और कर्मचारियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी नगर निगम पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्षद, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे और जयंती को उत्साहपूर्वक मनाया गया।
बरौली अहीर में अंबेडकर जयंतीः शिक्षकों की गोष्ठी और कुंडोल में रैली
आगरा। भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर बरौली अहीर ब्लॉक संसाधन केंद्र पर शिक्षकों द्वारा एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व स्टेट कोऑर्डिनेटर उपेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में उपेंद्र सिंह ने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय संविधान का निर्माण कर हर वर्ग के कल्याण के लिए ऐतिहासिक कार्य किया। उन्होंने महिलाओं को समान अधिकार दिलाने, श्रम कानूनों की व्यवस्था करने और देश के आर्थिक विकास हेतु रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण योगदान दिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के विचार आज भी समाज को दिशा दे रहे हैं।
गोष्ठी में प्रमुख रूप से यतेन्द्र सिंह, पवन भास्कर, भावना सिंह, दुर्गेश मोहन, दिगंबर सिंह, मांगे लाल गुर्जर, हाकिम सिंह और रणधीर यादव सहित अन्य शिक्षकों ने बाबा साहब के जीवन, संघर्ष और उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इसके उपरांत बमरौली कटारा सचिवालय भवन में प्रधान उदय सिंह राणा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी उपेंद्र सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और वहां उपस्थित लोगों को डॉ. अंबेडकर के सामाजिक और संवैधानिक योगदान के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में कुंडोल गांव में जाटव समाज के युवाओं द्वारा आयोजित एक रैली को उपेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में बाबा साहब के जीवन दर्शन और संदेशों का प्रचार-प्रसार किया गया।
शिवाजी मार्केट में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई
आगरा। शिवाजी मार्केट में व्यापारी भीमेश्वर जगतारा समिति द्वारा हर साल की तरह इस बार भी संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर जय भीम के उद्घोष के साथ समारोह की शुरुआत की गई।
समिति के व्यापारियों ने पहले अम्बेडकर वाटिका पर बाबा साहेब की भव्य प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित की। इसके बाद विशाल केक काटकर बाबा साहब को याद किया गया। इस अवसर पर राजेश पिपल, समाजसेवी श्याम भोजवानी, नेमीचंद निगम, रमेश खोरेजा, राहुल पिपल, अनवर खान, सुखपाल सिंह, हर्षल भोजवानी, अनिल मोहन सिंह, गौरव मोहित, लक्ष्मी देवी, पिंकी देवी, कंचन कुमारी, भारती, सुनील, अंकित, अरुण सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
सिविल कोर्ट में गोष्ठी का आयोजन
वरिष्ठ अधिवक्ता आर एस मौर्य के दीवानी स्थित चैंबर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें प्रमुख रूप से आर एस मौर्य एडवोकेट, प्रभात जैन, उमेश जोशी, पवन गुप्ता, धर्म सिंह, रवि कुमार, संदीप पांडे, शानू खान, अमर प्रताप सिंह, राजू नगर, मनोज सिंह, झम्मन लाल, अश्वनी वर्मा, ओम हरी आनंद, विशंभर दयाल, बंटू सिंह, आकाश सिंह, अंकित यादव आदि ने बाबा साहब के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। गोष्ठी की अध्यक्षता रमाशंकर शर्मा एडवोकेट ने की, जबकि संचालन रामदत्त दिवाकर एडवोकेट ने किया।