आगरा: वैश्विक पर्यटन नगरी में पुरातत्व स्मारकों में होने वाले हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। फतेहपुर सीकरी हो, ताजमहल या फिर लाल किला, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की लापरवाही के चलते लगातार हादसे हो रहे हैं। इन पर कोई लगाम नहीं लग पा रही है। शुक्रवार को पर्यटक के साथ एक बार फिर फतेहपुर सीकरी में हादसा हो गया। हादसे में पर्यटक की आंख और नाक में गंभीर चोट आई है। पर्यटक को प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी भेजा गया।
क्या है मामला
शुक्रवार को एक बार फिर फतेहपुर सीकरी में हादसा हो गया। कासगंज के सिहबर के पर्यटक अपने पूरे परिवार के साथ फतेहपुर सीकरी घूमने आए थे। हादसा बादशाही गेट पत्थर के खड़ंजे पर गिरने से हुआ है, जिसके चलते पर्यटक घायल हो गया। पर्यटक को चोटें आई हैं। पर्यटक को जोधाबाई बुकिंग विंडो पर खड़ी एंबुलेंस से सीएचसी भेजा गया। जहां उपचार के बाद पर्यटक को हायर सेंटर आगरा रेफर कर दिया गया है।
पर्यटकों के साथ हो रहे हादसे
गौरतलब है कि जनपद में आधा दर्जन से अधिक पुरातत्व स्मारक हैं, जिनमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में देसी और विदेशी सैलानी भ्रमण करने के लिए आते हैं। केंद्र और राज्य सरकार देश के सभी पर्यटक स्थलों को विकसित और सुविधाएं देने का प्रयास कर रही हैं। आगरा में तो आधा दर्जन से अधिक पर्यटन स्थल हैं। इसलिए केंद्र एवं राज्य सरकार की प्राथमिकता में आगरा प्रमुखता के साथ है। बावजूद इसके आगरा आने वाले पर्यटकों के साथ किसी न किसी तरीके से हादसा हो जाता है।
रेलिंग से गिरकर फ्रांसीसी पर्यटक की हो चुकी है मौत
इसी वर्ष ही आधा दर्जन से अधिक हादसे हो चुके हैं, जिसमें देसी और विदेशी सैलानी शामिल रहे हैं। फतेहपुर सीकरी में पिछले दिनों विदेशी सैलानी की लकड़ी की रेलिंग गिरने से मौत हो गई थी। वहीं, ताजमहल में पर्यटक फिसलने के चलते हादसे का शिकार हो जाते हैं। लगातार हो रहे हादसों को लेकर जहां आगरा प्रशासन हादसों को रोकने में जुटा हुआ दिखाई देता है, वहीं कहीं न कहीं ऐसे हादसों के चलते पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग पर भी सवाल उठते रहे हैं।
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने नहीं ली जिम्मेदारी
फतेहपुर सीकरी में हुए हादसे को लेकर जब पुरातत्व सर्वेक्षण अधीक्षक आरके पटेल से बात करने पर उन्होंने कहा कि हम पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पहले से ही सतर्क और सजग हैं, लेकिन जब कोई पर्यटक नशे की हालत में ऐसे हादसों का शिकार हो जाता है तो इस पर एएसआई की क्या जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वैसे तो पूरा फतेहपुर सीकरी क्षेत्र ही पर्यटन स्थल है, लेकिन यह हादसा स्मारक के बाहर हुआ है। इसलिए हमारी नैतिक जिम्मेदारी नहीं है। बावजूद इसके जानकारी होने पर पर्यटक को घायल होने के उपरांत प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी भेजा गया।
विभाग ने पर्यटक की गलती को हादसे का कारण बताया
अधीक्षक पुरातत्व राजकुमार पटेल का कहना था कि विभाग के सभी कर्मचारी और अधिकारी पर्यटकों को लेकर संजीदा और सतर्क रहते हैं। फिर भी अगर कोई हादसा हो जाता है तो इसका ठीकरा विभाग पर ही फोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर सीकरी वाली घटना में पर्यटक पैदल चल रहा था और खरंजे से पैर टकराया और पर्यटक गिर कर घायल हो गया। इसमें पुरातत्व विभाग किस तरह दोषी है।