आगरा;: शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ब्रज प्रान्त का अमृत महोत्सव समारोह का आयोजन शिवाजी मंडपम आई.ई.टी खंदारी परिसर में सम्पन्न हुआ। अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ वन विभाग की डिप्टी डायरेक्टर आयुषी मिश्रा द्वारा किया। इसके पश्चात युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद एवं मां शारदे के समक्ष दीपप्रज्वल किया। मंच पर मुख्य अतिथि आशीष गौतम, विशिष्ट अतिथि स्थिति प्रफुल्ल अकांत राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री, प्रांत अध्यक्ष डॉ मनु प्रताप, प्रांत मंत्री अंकित पटेल, केंद्रीय कार्य समिति सदस्य नीति शर्मा एवं महानगर मंत्री तान्या सिंह मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि आशीष गौतम ने कहा छात्र कल के नहीं, बल्कि आज के नागरिक हैं।” छात्र न केवल शैक्षिक जगत में भागीदार हैं, बल्कि वे देश के जिम्मेदार नागरिक भी हैं। एबीवीपी ने सभी से छात्र शक्ति को उपद्रव नहीं, बल्कि राष्ट्र की शक्ति मानने का आह्वान किया और “छात्र शक्ति, राष्ट्र की शक्ति” का उद्घोष किया। यह भी कहा गया कि छात्रों की आवाज को दबाने के बजाय उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए। शिक्षित, स्वतंत्र और सभी निहित स्वार्थों से रहित रहने से छात्रों को एक गतिशील जनसमूह के रूप में विकसित होने में मदद मिलती है, जिससे छात्रों की शक्ति एक छात्र आंदोलन में बदल जाती है। एबीवीपी का यह प्रयास है कि विद्यार्थी एक ऐसी राष्ट्रीय शक्ति बने जो सार्वजनिक शिक्षा, सार्वजनिक सेवा और जनशक्ति के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ-साथ विकास में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए पूरे विश्वास के साथ जिम्मेदारी निभाए। भ्रष्टाचार और राष्ट्र-विरोधी विशेषताओं का एक साथ पूरे गर्व के साथ मुकाबला करते है।
विशिष्ट अतिथि प्रफुल्ल कांत राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री ने कहा एबीवीपी ने राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के उद्देश्य से, सामाजिक स्पेक्ट्रम के हर पहलू को छूते हुए, एक राष्ट्रव्यापी छात्र संगठन के रूप में अपनी बहुआयामी और विविध गतिविधियों की शुरुआत की। यह छात्र संगठन, जिसे संपूर्ण शैक्षिक बिरादरी की अव्यक्त शक्ति में असीम विश्वास है, छात्रों की समसामयिक जिम्मेदारियों को रचनात्मक गतिविधियों के प्रति समन्वयित और निर्देशित करने, दलगत राजनीति से ऊपर रहने और हर मुद्दे को प्रगतिशील नजरिये से देखने में विश्वास रखता है। एबीवीपी छात्रों के सामने राष्ट्र को बाकी सभी चीजों से ऊपर रखने का विचार रखने का पुरजोर समर्थन करती है। यही कारण है कि एबीवीपी ने अपने औपचारिक अस्तित्व के पिछले वर्षों में लगातार अपने सभी कार्यक्रमों, आंदोलनों, मांगों और हर प्रकार की रचनात्मक गतिविधि को राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लक्ष्य की ओर निर्देशित किया है। इस देश में कई और विविध लक्ष्यों और उद्देश्यों के साथ काम करने के कई तरीके हो सकते हैं, लेकिन एबीवीपी ने संकीर्ण हितों से ऊपर उठकर एक तरीका प्रदान किया था।
प्रांत अध्यक्ष मनु प्रताप ने कहा एबीवीपी ने व्यापक शैक्षिक सुधारों के लिए लगातार संघर्ष किया है। एबीवीपी का मानना है कि हमारे देश की नई पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को हमारी गौरवशाली विरासत और अतीत का स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए, ताकि वे हर भारतीय के लिए भाईचारा विकसित करें और महसूस करें कि उनके कम भाग्यशाली भाई किस कठिनाइयों से गुजर रहे हैं। इसके माध्यम से, हमारी आने वाली पीढ़ियां एक महान भारत का सपना देख सकेंगी, जो दुनिया के ज्ञान को अपनी मजबूत जड़ों में समाहित करेगा, और भारत को एक आधुनिक देश बनाएगा, लेकिन अपनी अनूठी पहचान के साथ। वह शिक्षा जो छात्रों को न केवल अपने करियर के बारे में सोचना सिखाए, बल्कि अपने साथी देशवासियों के लिए कुछ करने का दृढ़ विश्वास भी सिखाए, वही शिक्षा है जिसकी आज आवश्यकता है। जीवन के लिए शिक्षा और देश के लिए जीवन एक ऐसा विचार है जो छात्रों के बीच आना चाहिए।
प्रांत मंत्री अंकित पटेल ने कहा कि एबीवीपी की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि इसने देश को एक ऐसा छात्र संगठन उपहार में दिया है जो वर्षों के अथक प्रयास और समर्पण से बनाया गया है। एक छात्र संगठन जिसने युवाओं की पीढ़ियों को अपने देश और समाज के बारे में उत्साहित करने के लिए अथक प्रयास किया है, और जो भविष्य की पीढ़ियों के युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों के लिए प्रेरित करने और अवसर प्रदान करने की ताकत रखता है। एबीवीपी की नियमित गतिविधियों में अन्य बातों के अलावा, शिक्षा के बढ़ते व्यावसायीकरण के खिलाफ निरंतर संघर्ष करना शामिल है।
कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक हरीश रोतेला, परिषद् के क्षेत्रीय संगठन मनोज नीखरा व प्रांत संगठन मंत्री मनीष राय विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के 1200 से अधिक पूर्व व वर्तमान कार्यकर्ता उपस्थित रहे।