बटेश्वर। रूस की महिला पर्यटकों के 24 सदस्यीय दल ने मंगलवार को तीर्थधाम बटेश्वर में मोक्षदायिनी युमना में आस्था की डुबकी लगाई। ब्रह्मलाल मंदिर में बाबा बटेश्वरनाथ की पूजा अर्चना के साथ ही जलाभिषेक भी किया। इस दौरान रूस की महिला पर्यटकों ने ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए हर-हर महादेव के जयकारे भी लगाए। बटेश्वरधाम में 101 शिव मंदिरों की श्रृंखला को देख रूसी महिला पर्यटकों ने इसे अदभुत बताया।
विदेशी महिला पर्यटकों को ब्रह्मलाल मंदिर के पुजारी ने पूजा अर्चना कराई। रूस की ये महिलाएं सनातन से बहुत प्रभावित हैं और भारत में सनातन के प्रमुख धर्मस्थलों को देखने निकली हैं। इन्होंने दिल्ली से दो गाइड भी ले रखे हैं जो इन्हें प्रमुख धर्मस्थलों पर ले जा रहे हैं।
बटेश्वरधाम में स्ट्रीमर से यमुना पार पहुंचकर सनातनी परम्परा से यमुना की भी पूजा अर्चना की। यहीं यमुना में स्नान किया और फिर महादेव ब्रह्मलाल की पूजा अर्चना की।
इनके साथ चल रहे गाइड मनोज कुमार और जितेंद्र तंवर ने बताया कि रुस से आई ये महिलाएं भारत भ्रमण पर आई हुई हैं। ये हिंदुओं के देवी-देवताओं में बहुत आस्था रखती हैं। जहां भी हिंदुओं का कोई मंदिर मिलता है, पूरी आस्था के साथ वहां पूजा अर्चना करती हैं। जितेंद्र तंवर के अनुसार ये महिलाएं भारत में केवल हिंदू धार्मिक स्थलों को देख रही हैं, स्मारक देखने में इनकी कोई रुचि नहीं है।
दिल्ली से ये महिला पर्यटक मथुरा पहुंची थीं और वहां उन्होंने बृज के प्रमुख धर्मस्थलों को देखा और पूजा की। बांके बिहारी के दर्शन किए। यही नहीं, गोवर्धन में जाकर गिरिराज की परिक्रमा भी की। ये राजस्थान के प्रमुख धर्मस्थलों को देखने के बाद बनारस भी जाएगा।
रिपोर्टर- नीरज परिहार