आगरा। नगर निगम में मचे घमासान के बीच महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने मंगलवार को निगम कर्मियों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं और व्यवस्था को सुचारू रखते हुए काम पर लौटें। महापौर ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोग लगातार नए षड्यंत्र रचकर बड़े गबन को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह मामला केवल एक सड़क या एक करोड़ रुपये तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे कहीं बड़ा घोटाला सामने आ रहा है।
महापौर ने कहा कि निगम के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि सहायक नगर आयुक्त द्वारा पुलिस में तहरीर दी गई है और मामले की जांच पुलिस कर रही है। उन्होंने कहा कि जांच के नतीजों का इंतजार किया जाना चाहिए, और दोषी पाए जाने पर वह किसी को भी बख्शेंगी नहीं।
“सड़क घोटाला सिर्फ ट्रेलर, पूरी फिल्म अभी बाकी” — महापौर
हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी चौराहे तक बनी सड़क में हुई गड़बड़ी के मामले को महापौर ने “सिर्फ ट्रेलर” बताया। उनका कहना है कि प्रारंभिक जांच में कम से कम 25 बड़े विकास कार्यों में गड़बड़ी और करोड़ों रुपये के गबन के संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस सड़क घोटाले की थर्ड पार्टी जांच होगी, जिससे भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सकेगा।
महापौर ने स्पष्ट किया कि जनता के पैसे की रक्षा करना उनका कर्तव्य है और वह इससे पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को दी जा चुकी है और वे जल्द ही लखनऊ जाकर थर्ड पार्टी जांच के आदेश सुनिश्चित करेंगी।
महापौर ने जनता और कर्मचारियों से सहयोग की अपील
हेमलता दिवाकर ने कहा कि निगम में तैनात अधिकारी जनता के पैसे को जनता के हित में लगाने के लिए हैं, न कि बंदरबांट कर अपनी जेबें भरने के लिए। उन्होंने निगम कर्मियों, पार्षदों और शहरवासियों से अपील की कि वे जनहित में इस लड़ाई में उनका साथ दें।
नगर निगम में बढ़ती उथल-पुथल के बीच महापौर के इस बयान ने पूरे मामले को और गंभीरता से उठाया है, और अब शहर की निगाहें आगामी जांच पर टिकी हैं।

