आगरा: अटल चौक सेवा समिति की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल शामिल हुए। उन्होंने अटल चौक सेवा समिति के सभी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वे भारतीय जन संघ (BJS) के सह-संस्थापक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक थे।
केंद्रीय विधि राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने बताया कि आज केंद्र और देश के तमाम राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार है। भाजपा आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा की नींव के पत्थर श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय ने लगाये थे। जिस समय कांग्रेस अपने मार्ग से भटक रही थी, कांग्रेस पर पाश्चात्य राष्ट्रों का प्रभाव दिखाई दे रहा था।
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में सरकार पश्चिमीकरण की तरफ उन्मुक्त थी, स्वराज और ग्राम राज कांग्रेस की प्राथमिकता में नहीं था। भारतीय संस्कृति आध्यात्मिक और धर्म को भी खतरा, राष्ट्रवाद में कमी आ रही थी। ऐसे समय में जनसंघ की स्थापना करके पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की संस्कृति सभ्यता धर्म अध्यात्म को बचाते हुए उस समय 90% गांव में गरीब झोपड़ी में रहने वाले लोगों के लिए गरीब कल्याणकारी योजनाओं की अवधारणा को गरीब कल्याणकारी योजनाओं की अवधारणा को मजबूत करने का काम किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को जमीन पर उतारने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा किया जा रहा है। गरीब किसान को किसान सम्मान निधि देकर, गरीब लाचारों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से निशुल्क उपचार देकर एवं भूमिहीनों को प्रधानमंत्री ग्रामीण एवं शहरी आवास योजना के माध्यम से मकान देकर। शोषित, पीड़ित, वंचित महिलाएं, दिव्यांगों एवं वृद्ध जनों को पेंशन दे कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को साकार करने का काम किया है।
क्या है अंत्योदय दिवस
अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान है, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान को समर्पित है। इस दिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की ओर ध्यान खींचना है साथ ही इस दिन समाज और राजनीति में उपाध्याय के योगदान के लिए याद करने के लिए भी मनाया जाता है।
कैसे शुरू हुआ अंत्योदय दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98वीं जयंती के अवसर पर ‘अंत्योदय दिवस’ की घोषणा की गई थी, जिसे 25 सितंबर 2015 से आधिकारिक तौर पर हर साल मनाया जा रहा है। बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने ही सबसे पहले अंत्योदय का नारा दिया था।
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस एवं पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। इस सेवा पखवाड़े के माध्यम से हर गरीब व जरूरतमंद की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि देश के प्रधानमंत्री के जन्मदिवस को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा हो। पिछले कई दिनों से लगातार सेवा पखवाड़े के माध्यम से समाजिक कार्यों और सरकार की जनहित योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
योगी सरकार के 6 वर्ष पूरे होने पर सरकार के संकल्प पत्र के रिपोर्ट कार्ड के बारे में जब केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल से वार्ता हुई तो उन्होंने कहा कि मोदी और योगी सरकार 2 के कार्यकाल देश के लिए स्वर्णिम कार्यकाल हैं। योगी सरकार 2 ने अपने संकल्प पत्र के सभी वादे पूरे किए हैं। इस सरकार में अपराधियों पर जमकर बुलडोजर चला है और उनकी कमर भी टूट गई है। योगी सरकार टू के कार्यकाल में प्रदेश अपराध मुक्त बनने की ओर है।
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