आगरा: जनपद में मातृ स्वास्थ्य को और बेहतर करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एक मई से एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान चलाने जा रहा है। 31 मई तक चलने वाले इस अभियान में गर्भवती माताओं और धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा और उन्हें आयरन की गोलियां खाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भावस्था व प्रसवोपरांत अवस्था में महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। इसके लिए मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत भोजन संबधी सलाह के साथ सूक्ष्म पोषण तत्व फॉलिक एसिड, आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोलियां गर्भवती व धात्री महिलाओं को दी जाती है। लाभार्थी को 100 दिनों तक नियमित आयरन की गोली खाने के प्रति जागरूक बनाने के उद्देश्य से एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार जनपद में पहली तिमाही में प्रसव पूर्व जांच 61.4 प्रतिशत से बढ़कर 62.1 प्रतिशत हो गई है। प्रसवपूर्व चार बार अपनी जांच कराने प्रतिशत भी 37.2 से बढ़कर 42.7 हो गया है। सौ दिन तक गर्भवती महिलाओं द्वारा आयरन की गोली खाने का ग्राफ भी बढ़ा है।
एनएफएचएस-4 के अनुसार पहले 13.5 प्रतिशत गर्भवती 100 दिन तक आयरन की गोलियों का सेवन करती थीं जो बढ़कर एनएफएचएस-5 के सर्वे के अनुसार 20.9 प्रतिशत हो गया। डॉ. वर्मन ने कहा कि शासन के निर्देश पर आयरन की गोली का सेवन करने के लिए गर्भवतियों को प्रेरित किया जाएगा।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती ने बताया एक मई से 31 मई तक अभियान चलाया जाएगा। इसमें 1 से 24 मई तक समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी/आईपीडी, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, पीएमएसएमए दिवस व वीएचएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरुकता एवं आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड व एल्बेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण सेवाएं दी जाएंगी। 25 से 31 मई तक मॉप अप सप्ताह चलाया जाएगा। इसें छूटी हुई गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन फॉलिक एसिड, कैल्शियम व एल्बेंडाजोल की टेबलेट दी जाएंगी।
-up18 News
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