आगरा: कैश कलेक्शन कम्पनी ब्रिक्स इंडिया लिमिटेड के 1.37 करोड़ रुपये बोरे में भरकर फरार होने वाला विवेक पुलिस से आंख मिचौली खेल रहा था लेकिन इस आंख मिचौली में पुलिस को ही जीत हुई। आगरा पुलिस ने फरार इनामी आरोपी विवेक को धर दबोचा और उसके पास से लगभग 11 लाख रुपये बरामद किए। इस पूरे मामले का खुलासा डीसीपी नगर विकास कुमार ने किया।
27 दिसंबर की वारदात
27 दिसंबर को आरोपी आरोपी विवेक कुमार साईं की तकिया स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में कैश जमा करने आया था लेकिन आरोपी विवेक ने बैंक में कंपनी का 1.37 करोड़ रुपये जमा नहीं किया बल्कि सोची समझी साजिश के तहत उन रुपयों को बोरे में भरकर एक मोटरसाइकिल से वहां से फरार हो गया। काफी देर तक विवेक के नाम लौटने पर सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो पता चला कि विवेक बैंक में ही नहीं है और ना ही उसने क्या जमा किया। तब जाकर सुरक्षाकर्मियों ने कंपनी के अधिकारियों को सूचना दी। कंपनी के अधिकारियों ने विवेक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
रकाबगंज क्षेत्र में ब्रिक्स इंडिया कंपनी का कार्यालय है। कंपनी में कैश कलेक्शन का काम होता है। सुरक्षाकर्मियों के साथ कंपनी के कर्मचारी उन कार्यालयों और कंपनियों में जाते हैं, जिनसे करार होता है। वहां से कैश लेकर बैंक में जमा करते हैं। विगत 27 दिसंबर को कंपनी का कर्मचारी विवेक 1.37 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। कैमरे में विवेक एक बाइक पर जाते हुए दिखाई दिया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस की कई टीमें आरोपी विवेक की तलाश में जुटी थी।
6 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
डीसीपी सिटी ने बताया कि इस मामले में विवेक के सहयोगियों को पुलिस द्वारा जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने आरोपी के मामा, ममेरे भाई सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनके कब्जे से 86 लाख रुपये बरामद हुए थे।
41 लाख कहाँ गए
शुक्रवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी विवेक को गिरफ्तार कर लिया। उससे 10.50 लाख रुपये बरामद हुए हैं लेकिन शेष रकम प्राप्त नहीं हुई। आरोपी ने बाकी 41 लाख रुपये कहां छिपाए हैं, इसका पता लगाने में पुलिस जुटी हुई है।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.