इस समय चावल-दाल की कीमत कुछ ज्यादा ही है। इससे आम आदमी परेशान नहीं हो, इसके लिए सरकार ने कई कदम उठा लिए हैं या उठाने की घोषणा की है। पहले तो सरकार ने देश के करीब 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन देने की योजना को पांच साल के लिए और बढ़ा दिया। अब भारत ब्रांड के तहत सस्ते चावल बेचने की तैयारी है। इससे पहले सरकार भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल और सस्ते आटे भी बेचने की शुरुआत कर चुकी है। यूं तो अभी भारत ब्रांड चावल की कीमत तय नहीं हुई है, लेकिन बताया जाता है कि इसका दाम 25 रुपये किलो हो सकता है। इसे सरकारी दुकानों से बेचने की तैयारी है।
25 रुपये प्रति किलो चावल
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मध्यमवर्गीय को महंगे चावल से राहत दिलाने के लिए भारत ब्रांड चावल बेचने की तैयारी है। इसी तरह से पहले से भारत ब्रांड दाल और आटे की बिक्री की जा रही है। भारत ब्रांड चावल बेचने की जिम्मेदारी नेफेड और एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार जैसे संगठनों को दी जाएगी। कोशिश की जा रही है कि इस चावल को पैक कर जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों यानी राशन डीलरों के जरिये भी बिकवायी जाए।
बढ़ रही है चावल की कीमत
बीते कुछ समय से चावल की कीमत में लगतार बढ़ोतरी हो रही है। इस साल चावल की कीमतों में 14.1 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है। नॉर्मल नॉन ब्रांडेड चावल की कीमत औसत रूप से 43.3 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। ऐसे में चावल के दामों में आई तेजी को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने भारत ब्रांड के तहत सस्ता चावल बेचने का फैसला किया।
पहले से बिक रहा भारत ब्रांड दाल और आटा
महंगाई पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने पहले भारत ब्रांड के तहत सस्ता आटा, दाल, सस्ते प्याज-टमाटर बेचे हैं। 6 नवंबर 2023 को केंद्र सरकार भारत आटा लॉन्च किया था, जिसमें लोगों को 27.50 रुपए प्रति किलो के दर से सस्ता आटा मिल रहा है। इस समय पंसारी की दुकानों में आटे की औसत कीमत 35 रुपए किलो है। इसी तरह से सरकार 60 रुपये प्रति किलो के भाव से भारत दाल बेच रही है। इससे पहले जब प्याज और टमाटर की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गई थी, सरकार ने लोगों को बाजार से कम कीमत पर प्याज-टमाटर मुहैया कराया। गौरतलब है कि नवंबर में खाने-पीने की महंगाई दर 8.70% पर पहुंच गई। वहीं रिटेल महंगाई दर 5.55% पर पहुंच गई है।
एफसीआई से मिलेगा सस्ता चावल
एनसीसीएफ (NCCF) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) से सस्ते चावल की सप्लाई होगी। इसकी छोटी पैकिंग करा के चावल को रिटेल स्टोर या राशन डीलरों के जरिए बेचा जा सकता है। छोटी पैकिंग कितने किलो की होगी, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी इसका फैसला नहीं हुआ है। हो सकता है कि चावल की पैकिंग पांच किलो की हो या 10 किलो की हो। सरकार की तरफ से निर्देश आएगा तो इसकी पैकिंग एक किलो या दो किलो में भी हो सकती है।
-एजेंसी
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