अमेरिका बैंकिंग संकट से गुजर रहा है। अमेरिका के बैंकों पर एक के बाद एक कर ताले लटक रहे हैं। पहले सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) बैंक और अब एक और अमेरिकी बैंक पर ताला लटक गया है। अमेरिका में बैंकिंग संकट के बीच अब सिग्नेचर बैंक (Signature bank) पर अस्थाई रूप से ताला लग दिया गया है। सिग्नेचर बैंक के पास क्रिप्टोकरेंसी का स्टॉक था। क्रिप्टोकरेंसी में जोखिम को देखते हुए इस बैंक को अस्थाई तौर पर बंद करने का फैसला किया गया है। आपको बता दें कि सिग्नेचर बैंक न्यूयॉर्क का एक क्षेत्रीय बैंक है। वहीं एक हफ्ते के भीतर ये दूसरा अमेरिकी बैंक है, जिसे बंद किया गया है।
एक और अमेरिकी बैंक बंद
बैंक की आर्थिक स्थिति को देखत हुए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने सिग्नेचर बैंक पर अपना नियंत्रण हासिल कर लिया है। साल 2022 में बैंक के पास 110.36 अरब डॉलर की संपत्ति थी। क्रिप्टोकरेंसी स्टॉक की स्थिति को देखते हुए बैंक को कुछ दिनों के लिए बंद करने का फैसला किया गया है।
अमेरिकी बैंकों पर मंडरा रहे इस संकट को देखते हुए आज इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है। सिलिकॉन वैली बैंक , सिग्नेचर बैंक पर असर अमेरिका के दूसरे बैंकों पर ना पड़े, इसे देखते हुए आज अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। बैंकिंग क्राइसिस से निपटने के लिए डिपॉजिट इंश्योरेंस कार्पोरेशन और फेडरल रिजर्व प्लान तैयार कर रहे हैं।
बैंक के खाताधारकों का क्या
सिलिकॉन वैली बैंक के बंद होने से भारत में भी टेंशन बढ़ी है। अमेरिकी बैंकों पर ताला लगने की खबरों से भारत की भी मुश्किल बढ़नी तय है। भारत के कई स्टार्टअप्स में सिलिकॉन वैली बैंक का निवेश है। वहीं अमेरिकी बैंकों के डूबरे की खबरों के बीत अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि इन बैंकों के डूबने के लिए जो लोग भी जिम्मेदार हैं, अमेरिका उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
उन्होंने कहा कि बैंकों के खाताधारकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि बड़े बैंकों की निगरानी और रेगुलेशन को और भी मजबूत किया जाएगा ।
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.