पिछले सप्ताह तख्तापलट कर सत्ता में आए नीजेर के जुंटा पर पश्चिम अफ्रीकी देशों ने सैन्य कार्रवाई की धमकी दी है. नेताओं ने बंदी बनाए गए देश के राष्ट्रपति मुहम्मद बज़ूम को बहाल करने के लिए जुंटा को सात दिन का समय दिया है.
इससे पहले जुंटा ने चेतावनी दी थी कि वह क्षेत्रीय या पश्चिमी शक्तियों की ओर से नीजेर के ख़िलाफ़ किसी भी आक्रामक योजना का विरोध करेगा.
इस बीच सैकड़ों तख्तापलट समर्थकों ने राजधानी नियामी में फ्रांसीसी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. 1960 में आज़ादी मिलने तक फ्रांस ने नीजेर पर एक औपनिवेशिक शक्ति के रूप में शासन किया.
पश्चिम अफ़्रीकी देशों के गुट इकोवास के नेताओं ने नीजेर के तख्तापलट पर चर्चा करने के लिए रविवार को नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में एक बैठक की. नीजेर में ये तख्तापलट माली और बुर्किना फ़ासो में सेना के तख्तापलट के बाद हुआ है.
इस बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि इकोवास देश तख्तापलट को बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे. यदि एक सप्ताह के भीतर मांगें पूरी नहीं की गईं तो क्षेत्रीय गुट “संवैधानिक व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाएगा”.
बीते सप्ताह नीजेर की सेना ने नेशनल चैनल पर देश में तख्तापलट का एलान किया था. उन्होंने कहा था कि देश का संविधान ख़त्म कर दिया गया है, सभी संस्थाओं को रद्द कर दिया गया है और देश की सीमाएं बंद कर दी गई हैं.
नीजेर के राष्ट्रपति मुहम्मद बज़ूम को बुधवार सुबह से ही बंधक बना कर रखा गया है.
Compiled: up18 News
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