आगरा। उत्तर प्रदेश सरकार की एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत आगरा और फिरोज़ाबाद के पारंपरिक और विशिष्ट उद्योगों को अब नई पहचान और नयी दिशा मिलने जा रही है। गुरुवार को होटल होलीडे इन में संयुक्त आयुक्त उद्योग कार्यालय और बृज डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित उद्योग संवाद कार्यक्रम में यह स्पष्ट हुआ कि आगरा का पेठा और फुटवियर उद्योग तथा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर अब ओडीओपी योजना के केंद्र में हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, फुटवियर चमड़ा उद्योग विकास परिषद के चेयरमैन पूरन डावर, संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार, कार्यक्रम अध्यक्ष अजय अग्रवाल, और बृज डेवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने दीप प्रज्वलन कर किया।
मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा, पेठा, फुटवियर और फूड प्रोसेसिंग न केवल क्षेत्रीय पहचान हैं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ भी हैं। ओडीओपी के तहत इनका सुनियोजित विकास हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि मथुरा का पेड़ा भी जल्द ही ओडीओपी श्रेणी में शामिल किया जाएगा। उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि कम लागत में अधिक गुणवत्ता पर ध्यान दें ताकि भारत वैश्विक मंच पर मजबूती से उभर सके।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने भरोसा दिलाया कि घोषित उत्पादों को तकनीकी, विपणन और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। प्रशासन का प्रयास है कि किसी उद्यमी का उत्पीड़न न हो, और प्रत्येक शिकायत का त्वरित समाधान हो।
फुटवियर चमड़ा उद्योग विकास परिषद के चेयरमैन पूरन डावर ने आगरा के जूता उद्योग की वैश्विक क्षमता को रेखांकित करते हुए कहा, ओडीओपी के माध्यम से हमें इंफ्रास्ट्रक्चर और इनोवेशन का बेहतर मौका मिलेगा। भारत अब जापान को पीछे छोड़ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर है।
अनुज कुमार, संयुक्त आयुक्त उद्योग, ने कहा कि हम उद्योगों को जरूरी संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही प्रत्येक उत्पाद के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि अब समय है कि आगरा केवल ट्रेडिंग नहीं, बल्कि उत्पादन को प्राथमिकता दे। आलू की भरपूर पैदावार के बावजूद एक भी प्रोसेसिंग यूनिट न होना चिंता का विषय है।
बृज डेवलपमेंट फाउंडेशन के चेयरमैन मनीष अग्रवाल रावी ने कहा, हमारा उद्देश्य बृज क्षेत्र के उद्योगों को राष्ट्रीय पहचान दिलाना है। ओडीओपी के जरिए लघु उद्योग इकाइयों की क्षमता और पहचान दोनों बढ़ेंगी।
कार्यक्रम में राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य बलवीर सिंह, ओपेंद्र सिंह लवली, अंबा प्रसाद, राजीव बंसल सहित एमएसएमई विभाग के अधिकारी सुशील यादव, लोकेश सेंगर, विमल गोयल, राजकुमार भगत, अभिषेक जैन आदि उपस्थित रहे। संचालन श्रुति सिन्हा और धन्यवाद ज्ञापन सीएस अनुज अशोक ने किया।