सेबी की मंजूरी के मामले में अडाणी ग्रुप ने खारिज की NDTV की दलील

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अडाणी ग्रुप की हिस्सेदारी खरीदने का विरोध किया था RRPR ने

NDTV के फाउंडर-प्रोमोटर राधिका और प्रणय रॉय के होल्डिंग वाले और NDTV में 29.18% हिस्सेदारी रखने वाले RRPR ने गुरुवार को अडाणी ग्रुप के टेकओवर का विरोध किया था, जिसमें दावा किया गया था कि एक रेगुलेटरी ऑर्डर उन्हें कंपनी के शेयरों को खरीदने से रोकेगा।

अडाणी ग्रुप का जवाब

अडाणी ग्रुप के मुताबिक नवंबर 2020 में सेबी ने NDTV के प्रमोटर्स को इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में दो साल के लिए ट्रेडिंग पर बैन लगा दिया था, जो 26 नवंबर को खत्म होगी। ग्रुप ने कहा कि RRPR की नोटिस के मुताबिक दायित्वों को पूरा करने से सेबी के आदेश का उल्लंघन नहीं होगा क्योंकि इससे प्रणय रॉय और राधिका रॉय को शेयर अलॉटमेंट डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके नहीं हो रहा है।

अडाणी ग्रुप 493 करोड़ का ओपन ऑफर भी लाएगा

NDTV के फाउंडर प्रणय और राधिका रॉय ने 2009 में करीब 400 करोड़ रुपए का लोन लिया था। इसी लोन के कारण अडाणी ग्रुप को इस मीडिया हाउस की 29.18% हिस्सेदारी मिलने जा रही है। अडाणी ग्रुप ऐडिशनल 26% स्टेक के लिए 294 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 493 करोड़ का ओपन ऑफर भी लाएगा जिसके बाद उसकी कुल हिस्सेदारी 55% हो सकती है।

इस समय NDTV ग्रुप के सबसे बड़े शेयरधारक उसके संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय हैं। इनके पास NDTV के सिर्फ 32 प्रतिशत शेयर बचे हैं।

-एजेंसी