साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने की कवायद के बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बड़ी बात कही है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने ट्वीट में विपक्षी एकता पर सवाल उठाए और आशंका जताई कि कहीं यह कांग्रेस मुक्त भारत का नया स्वरूप तो नहीं है।
प्रमोद कृष्णम ने लिखा- आम आदमी पार्टी कहती है कि कांग्रेस को दिल्ली और पंजाब छोड़ देना चाहिए। अखिलेश यादव कहते हैं कि कांग्रेस को यूपी में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। इसी तरह ममता बनर्जी कहती हैं कि बंगाल छोड़ दो, और KCR चाहते हैं कि तेलंगाना छोड़ दो।
जगन मोहन चाहते हैं कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में चुनाव ना लड़े। एमके स्टालिन चाहते हैं कि तमिलनाडु छोड़ दो। किसी दिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी बोल देंगे कि महाराष्ट्र छोड़ दो। यह विपक्षी एकता है या कांग्रेस मुक्त भारत का नूतन स्वरूप।
लोकसभा चुनाव 2024: विपक्षी एकता का स्वरूप स्पष्ट नहीं
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने 23 जून को पटना में सभी विपक्षी दलों के प्रमुखों को बुलाया है। हालांकि विपक्षी की एकता का स्वरूप क्या होगा, यह स्पष्ट नहीं है।
कारण यह है कि ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल जैसे कुछ नेता हैं तो कांग्रेस या राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार करने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं। वहीं कर्नाटक की जीत के बाद कांग्रेस उत्साहित है।
पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाकर सभी दलों को चुनाव लड़ना चाहिए। यह बात कुछ दलों के गले नहीं उतर रही है। नीतीश कुमार को उम्मीद है कि 23 जून की बैठक में इस पर से सस्पेंस खत्म हो जाएगा।
Compiled: up18 News
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