करोड़ों रुपये की हेराफेरी के मामले में आरोपी बिशप पीसी सिंह को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। हिरासत में लेकर ईओडब्ल्यू की टीम पूछताछ कर रही है। वह छापे के दौरान जर्मनी घूम रहा था। जर्मनी से लौटते ही नागपुर एयरपोर्ट पर बिशप पीसी सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
छापे के दौरान बिशप पीसी सिंह के घर से ईओडब्ल्यू की टीम ने 1.65 करोड़ रुपये कैश बरामद किया था। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा भी मिली थी। चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन ने बिशप पीसी सिंह के खिलाफ ईडी और सीबीआई जांच की मांग की है।
वहीं, बिशप पीसी सिंह पर कार्रवाई के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ईओडब्ल्यू के अधिकारियों को तलब किया। सीएम ने कहा था कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए। साथ ही यह भी पता लगाया जाए कि इन पैसों का उपयोग इसने धर्मांतरण के लिए तो नहीं किया है। बिशप पीसी सिंह खुद भी धर्मांतरण के बाद ईसाई बना है। उसका पूरा नाम बिशप प्रेमचंद्र सिंह है और वह बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है। उसने ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित स्कूलों के पैसों को धार्मिक कार्यों में लगाया है।
गौरतलब है कि द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायसिस के बिशप पीसी सिंह के घर पर छापेमारी के दौरान बड़े खुलासे हुए थे। डेढ़ करोड़ से ज्यादा नकदी के साथ विदेशी मुद्रा मिली थी। इसके अलावा उनकी 17 संपत्तियां और परिवार के 48 बैंक खातों के भी दस्तावेज मिले हैं। ईओडब्ल्यू की ओर से उपलब्ध कराए गए ब्यौरे से पता चला था कि बिशप के पास नौ गाड़ियां हैं, 17 संपत्तियां और संस्थाओं व परिजनों के 48 बैंक खाते हैं। उनके यहां मारे गए छापे में एक करोड़ 65 लाख 14 हजार की नकदी के अलावा 18 हजार 352 यूएस डालर और118 पाउंड भी मिले हैं।
डी कंपनी के कनेक्शन आ रहे सामने
वहीं, कथित रूप से उसके डी कंपनी से कनेक्शन सामने आ रहे हैं। मुंबई में एक जिमखाना की डील उसने दाऊद के करीबी से की थी। ईओडब्ल्यू को जांच के दौरान उसके कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं। इसकी भी जांच की जाएगी।
-एजेंसी