दिल्ली में आपने वैसे तो कई मार्केट देखी होंगी, लेकिन क्या आपने इस बाजार के बारे में सुना है जहां महिलाएं आधी रात से लेकर सुबह चार बजे तक सड़क पर बैठकर अपनी दुकानें लगाकर रखती हैं। जी हां, ये एकदम सच है, महिलाएं शाम से शुरू करती हैं और सुबह 4 बजे तक बैठकर कई कपड़ों और जरूरी सामानों की दुकानें लगाती हैं।
अगर आप भी दिल्ली की कुछ स्पेशल जगहों से शॉपिंग करना चाहते हैं तो एक बार इस बाजार में जरूर जाएं। इस तरह आपकी आउटिंग भी हो जाएगी और देख भी पाएंगे कि आखिर इस मार्केट में ऐसा क्या खास है। दिलचस्प बात तो ये है कि 70 से 80 प्रतिशत दुकानदार महिलाएं होती हैं।
आधी रात में लगने वाला बाजार कहां है
यह बाजार दिल्ली के पश्चिमी हिस्से में रघुबीर नगर में है, यहां आपको पुराने कपड़ों का बाजार आराम से दिख जाएगा। पांच एकड़ जमीन में फैले इस मार्केट को उत्तर भारत का सबसे बड़ा पुराने कपड़ों का बाजार माना जाता है। यह बाजार सुबह चार बजे से शुरू होकर सुबह 11 बजे तक खुला रहता है। इस बाजार के ज्यादातर दुकानदार गुजरात के वाघरी समाज के हैं, जो काम की तलाश में गुजरात से दिल्ली आए थे।
टॉर्च की रोशनी में सामान
बता दें कि रघुबीर नगर के इस बाजार में 5000 से ज्यादा दुकानें हैं। इन दुकानों पर ज्यादातर महिलाएं बैठती हैं। चूंकि रात के समय में लोग सामान खरीदने आते हैं, इस वजह से लोग अपने साथ एक टॉर्च भी लेकर आते हैं, ताकि सामान की खरीदारी अच्छे से हो सके।
पुराने कपड़े कहां से आते हैं
लोगों के दिमाग में सबसे बड़ा सवाल यही आता है कि आखिर माल ये आता कहां से है? आपको बता दें कि तमाम महिलाएं दिल्ली के कई इलाकों में फेरी लगाकर पुराने कपड़ों के बदले नए बर्तन बेचती हैं। वहां जमा हुए कपड़ों को ठीक करके वे उन्हें रात में कम दाम में बेचती हैं। इस बाजार में काफी सस्ते दामों पर कपड़े बेचे जाते हैं, जिस वजह से यहां लोगों की आधी रात में अच्छी खासी भीड़ देखी जा सकती है।
ठीक करने के बाद बिकते हैं पुराने कपड़े
महिलाओं द्वारा कपड़ों को ठीक करने के बाद इन्हें बाजार में बेचने का सिलसिला शुरू होता है। यहां आपको जूते 50 से 100 रुपए में, शर्ट 10 से 30 रुपए में, पैंट 10 से 50 रुपए में, जींस 20-30 रुपए में, लेडीज टॉप 10-50 रुपए में और साड़ी 20-40 रुपए में मिल जाएगी।
आधी रात को इकट्ठा होते हैं दुकानदार
रघुबीर नगर का ये बाजार सुबह 4 बजे से शुरू होता है, लेकिन इस बाजार में दुकानदारों की बिक्री रात के 12 बजे से शुरू हो जाती है। अगर आपको यहां से खरीदारी करनी है तो जितना जल्दी हो सके, उतनी जल्दी यहां से शॉपिंग करके ले जाएं। दिल्ली, जयपुर, अलवर, फरीदाबाद, मेरठ, मथुरा, सिरसा, हिसार, चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला यानी राजस्थान, यूपी, हरियाणा, पंजाब और गुजरात से लोग इस बाजार से सामान खरीदने के साथ-साथ हर शहर और कस्बों से भी आते हुए दिख जाएंगे।
बड़े व्यापारी भी आते हैं
इस बाजार में कई बड़े व्यापारी भी आते हैं, आप सोच रहे होंगे कि बड़े व्यापारियों को पुराने कपड़ों में क्या दिलचस्पी है, तो हम आपको बता दें, वो यहां से उन्हें कम दाम में खरीदकर उन्हें ठीक करके ऊंचे दाम में बेचते हैं। कुल मिलाकर इस बाजार की वजह से कई परिवारों के घर चल रहे हैं। अगर आप अभी तक इस बाजार में नहीं गए हैं तो एक बार जरूर जाएं।
-एजेंसी