जब आप क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों की बात करते हैं तो डॉन ब्रैडमैन का नाम सीधे जेहन में आता है क्योंकि उनका टेस्ट क्रिकेट में औसत 99.96 का है। इसके करीब भी कोई नहीं पहुंच पाया है। जब आधुनिक पीढ़ी से आप महनतम का सवाल करेंगे तो शायद सचिन तेंदुलकर के 100 इंटरनेशनल शतकों को ब्रैडमैन के जादुई आकंड़ों वाला ही दर्जा हासिल है। लेकिन इन दोनों दिग्गजों के बीच एक ऐसा बल्लेबाज आया, जिसको क्रिकेट इतिहास में उसके आंकड़ों के लिए नहीं बल्कि उसके खौफ, उसके दबदबे और उसकी असाधारण शैली के लिए महानतम कहने में बहुत कम लोगों को हिचकिचाहट हो। यह खिलाड़ी हैं सर विवियन रिचर्ड्स। उनसे बात-चीत के कुछ अहम अंश आपके सामने पेश हैं।
प्रश्न- सुनील गावस्कर आपके समकालीन हैं लेकिन जब आप सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को देखते हैं तो वे हमेशा विव रिचर्ड्स से हैरान होते हैं। वो विव रिचर्ड्स के फैन होने की बात करते हैं। पूरी दुनिया जिस और कोहली के पीछे भागती वो दोनों आपके आगे नतमस्तक होते हैं। इस पर आप कैसे प्रतिक्रिया देते हैं?
जवाब- यह व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है क्योंकि मैं खुद उनके लिए बहुत सम्मान करता हूं। मैं उनकी और उन सभी व्यक्तियों की प्रशंसा करता हूं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट का निर्माण किया है और उसे आज इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाया है। मैं अच्छे बल्लेबाजों का फैन हूं और आप लोग यानि कि भारत में हमेशा महान बल्लेबाज आते रहे हैं। प्रतिभा का ऐसा भंडार आप लोगों के पास है, आप यहां कुछ लोगों को कैरेबियन क्यों नहीं भेजते। विशेष रूप से जब हम भारत के खिलाफ खेले, तो हम पहले काफी सफल होते थे, लेकिन अब देखें कि भारत बहुत आगे बढ़ गया है। उनके पास अच्छी तेज गेंदबाजी, अच्छे स्पिनर और अच्छे बल्लेबाज हैं। एक अच्छी टीम को इकट्ठा करने में काफी कुछ जोर लगता है।
प्रश्न- मौजूदा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के बारे में आप क्या सोचते हैं? वह खिलाड़ी और कप्तान का एक अलग क्लास का दिखता है?
जवाब- मैंने हमेशा रोहित को पसंद किया है और खासकर जब विराट कप्तान थे। रोहित के कप्तान बनने से पहले ही मैं उनका बड़ा मुरीद रहा हूं।
प्रश्न- एक वर्तमान भारतीय गेंदबाज जिसे आप अपने खेल के दिनों में सामना करना पसंद करते?
जवाब- वास्तव में इस पर मैं क्या ही कहूं। ईमानदारी से बोलूं तो आपने पिछले कुछ सालों में शानदार तेज गेंदबाज पैदा किए हैं, उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले लोगों को लगता था कि भारतीय गेंदबाजी सिर्फ स्पिनरों पर निर्भर है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आपके पास अच्छी क्वालिटी ऑलराउंडर हैं और भारतीय टीम अच्छी दिखती है।
-एजेंसी