आगरा। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली बटेश्वर के सर्वांगीण विकास की घड़ी आ गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अटल स्मारक के लिए 8.32 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसके तहत संग्रहालय और वीथिका (गैलरी) का निर्माण जैसे काम किए जाएंगे। इसके साथ ही बटेश्वर मंदिर और यमुना घाटों के सुंदरीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार की गई है।
गौरतलब है कि 5 अगस्त, 2019 को लोकसभा में सांसद राजकुमार चाहर ने बटेश्वर प्रकरण को लेकर ‘तत्काल लोक महत्व का मामला’ जोरदार तरीके से उठाया था। उन्होंने कहा था- “मेरे संसदीय क्षेत्र में बटेश्वर पवित्र स्थल है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली है। मेरा आग्रह है कि जन्मस्थली पर विशाल स्मारक और विशाल प्रतिमा बनाई जाए ताकि देश दुनिया के लोग उनके दर्शन करने आ सकें।”
बटेश्वर के लिए करोड़ों रुपये की योजना स्वीकृत करने पर सांसद राजकुमार चाहर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह का आभार प्रकट किया है।
स्वीकृत किए गए 8.32 करोड़ रुपये से अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली को सुंदर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। अटल स्मारक बनेगा। अटल की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो मुख्य आकर्षण होगी। उनकी स्मृति में संग्रहालय बनाया जाएगा। लोग उनके भाषण सुन सकेंगे। चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से अटल की जीवन यात्रा से रूबरू हो सकेंगे। यह सभी सुविधाएं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सांस्कृतिक काम्पलेक्स में होंगी।
बटेश्वर मंदिर का कॉरिडोर बनेगा
बटेश्वर में बटेश्वरनाथ का मंदिर प्रसिद्ध है। यमुना किनारे 101 मंदिरों की श्रृंखला है। यमुना पर घाटों का निर्माण और मंदिरों के सौंदर्यीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। राज्य सरकार ने 25 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। योजना मंदिर परिसर का सुंदर परिपथ (कॉरिडोर) तैयार करने की है ताकि भीड़ होने पर भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
शौरीपुर का पर्यटन विकास
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि बटेश्वर के शौरीपुर में जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ (भगवान श्रीकृष्ण के चचेरे भाई) का मंदिर है। पूरे देश से जैन धर्मावलम्बी यहां आते हैं। राज्य सरकार शौरीपुर का पर्यटन विकास करेगी। इसके लिए राज्य सरकार ने 75 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। इस धनराशि से कई काम होने हैं।