दशहरा रैली को लेकर BMC ने शिंदे और उद्धव गुट दोनों को दिया बड़ा झटका

Regional

नागरिक निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय पुलिस स्टेशन ने बीएमसी को सौंपी एक रिपोर्ट के तहत कहा गया है कि अगर किसी एक धड़े को रैली की अनुमति दी जाती है तो रैली के दिन दोनों गुटों के बीच राजनीतिक टकराव की संभावना हो सकती है इसलिए एहतियात के तौर पर दोनों गुटों को अनुमति देने से इंकार कर दिया गया है।

दादर विधायक सदा सर्वंकर को लिखे पत्र में बीएमसी जी/नॉर्थ वार्ड कार्यालय ने कहा कि दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति शिवसेना के दो विरोधी गुटों ने मांगी थी और स्थानीय निकाय अधिकारियों के लिए यह संभव नहीं होगा कि वे रैली स्थल पर जमीन को दो अलग-अलग हिस्सों में विभाजित कर सकें इसलिए एहतियात के तौर पर दोनों गुटों को रैली के लिए मना कर दिया गया है।

दशहरा रैली शिवसेना द्वारा आयोजित सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और 1966 में पार्टी के गठन के बाद से ही यह रैली शिवाजी पार्क मैदान में आयोजित की जा रही है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि यह क्षेत्र शिवसेना भवन के करीब है और इसे पार्टी का मुख्य गढ़ भी माना जाता है।

इस वर्ष शिवसेना में टूट के बाद शिवाजी पार्क में रैली करने के लिए एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दोनों गुटों ने अनुमति मांगी थी। ठाकरे परिवार ने अनुमति के लिए बंबई उच्च न्यायालय का भी रुख किया, वहीं शिंदे गुट को पिछले हफ्ते बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में रैली करने की अनुमति मिली है।

अधिकारियों ने कहा कि दादर के पूरे मोहल्ले में नौ सितंबर को गोलीबारी की घटना के बाद तनाव की स्थिति है और स्थानीय पुलिस अधिकारी इस क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं।

-एजेंसी


Discover more from Up18 News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.