कांग्रेस ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर लखीमपुर खीरी में दो दलित लड़कियों के साथ कथित दुष्कर्म एवं हत्या मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया और इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने की मांग की।
पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख राजेश लिलोठिया ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निरोधक कानून को देश में प्रभावी ढंग से लागू करवाएं।
लिलोठिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘योगी आदित्यनाथ सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। हाथरस की घटना के दौरान राज्य प्रशासन का जो रवैया रहा वो चिंताजनक था। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की सरकार अपराधियों के साथ खड़ी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि लखीमपुर के मामले को भाजपा और आरएसएस के नेता सांप्रदायिकता का रंग देने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि यह मामला राज्य सरकार की विफलता को दिखाता है।
लिलोठिया ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार भारत में 2021 के अंत तक दलितों के खिलाफ हुए 70,818 मामले अभी भी जांच के लिए लंबित हैं। एक तरफ भाजपा सरकार दलित उत्थान के बड़े-बड़े वादे करती है और दूसरी तरफ उनका यह उदासीन रवैया, कई सवाल खड़े करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार लखीमपुर पीड़ितों के परिवार के लिए तुरंत न्याय सुनिश्चित करे। हम प्रधानमंत्री और केंद्र से चाहते हैं कि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति सुरक्षा संबंधी अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए।’’
लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र में बुधवार शाम दोनों दलित बहनों के शव उनके घर से करीब एक किलोमीटर दूर गन्ने के एक खेत में पेड़ से लटकते मिले थे। मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
-एजेंसी