रूस ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा की तुलना रूस के ख़िलाफ़ यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर अमेरिकी समर्थन से की है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा है कि पेलोसी की ताइवान यात्रा से अमेरिका ये दिखाना चाहता है कि अमेरिका जो चाहे वो कर सकता है.
म्यांमार की अपनी यात्रा के दौरान लावरोफ़ ने कहा कि ये उस लाइन को दिखाता है, जो हम यूक्रेन के संबंध में लगातार बात करते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अमेरिका अपनी कार्रवाई से चीन को चिढ़ाना चाहता है. लावरोफ़ ने कहा कि रूस वन चाइना का समर्थन करता है.
हाल के समय में चीन और रूस के रिश्ते और मज़बूत हुए हैं.
रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से पहले चीन ने रूस का साथ देते हुए नेटो के विस्तार का विरोध किया था. हालाँकि चीन ने कभी खुलकर यूक्रेन में रूस के आक्रमण का समर्थन नहीं किया, लेकिन उसने कभी इसका विरोध भी नहीं किया.
सोमवार की रात नैंसी पेलोसी चीन की चेतावनी के बावजूद ताइवान पहुँची हैं. चीन ने इसका कड़ा विरोध किया है. रूस के अलावा पाकिस्तान ने भी चीन का समर्थन किया है.
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके वन चाइना नीति का समर्थन किया है. चीन ताइवान का अपना हिस्सा मानता है. लेकिन ताइवान अपने को एक स्वतंत्र देश कहता रहा है.
-एजेंसी