प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेत खनन मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से पांच घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। उनसे उनके भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के साथ संबंधों के संबंध में पूछताछ की गई थी, जिसे एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। वहीं चन्नी ने ट्वीट कर कहा कि मुझे खनन मामले के संबंध में ईडी द्वारा बुलाया गया था। मैंने अपनी जानकारी के अनुसार उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया। इस मामले में एक चालान पहले ही ईडी द्वारा अदालत में प्रस्तुत किया जा चुका है। अधिकारियों ने मुझे फिर से आने के लिए नहीं कहा है।
चन्नी पर अवैध रेत खनन और अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग से करोड़ों रुपये की कमाई करने का आरोप है। अवैध खनन केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे और उसके सहयोगी के खिलाफ अदालत ईडी ने हाल में चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने हनी को 3 और 4 फरवरी की दरमियानी रात को गिरफ्तार किया था।
भूपिंदर सिंह हनी और उनके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की है। इससे पहले 18-19 जनवरी को ईडी की छापेमारी में हनी के घर से करीब 7.9 करोड़ रुपये कैश मिला था। हनी के सहयोगी संदीप कुमार के ठिकाने से दो करोड़ रुपये मिले थे।
18 जनवरी को ईडी ने दी थी भूपिंदर हनी के ठिकानों पर दबिश
सीएम चन्नी की साली के बेटे भूपिंदर हनी पर 18 जनवरी को ईडी ने दबिश दी थी। 2018 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे, उस समय अवैध खनन का मामला सामने आया था। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह ने दो निदेशकों संदीप सिंह और भूपिंदर सिंह के साथ नई कंपनियां बनाई थीं। पूछताछ के बाद ईडी के हाथ भूपिंदर हनी तक पहुंचे और 18 जनवरी को ईडी ने हनी के चंडीगढ़, लुधियाना, मोहाली और फतेहगढ़ के दस अलग-अलग ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। प्रवर्तन निदेशालय को इनके ठिकानों से 10.7 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई।
-एजेंसियां