असम में जहरीले मशरूम खाने से 13 लोगों की मौत हो गई है. असम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एएमसीएच) के अधीक्षक डॉ. प्रशांत दिहिंगिया ने बताया कि ऊपरी असम के चार ज़िलों में जहरीले मशरूम खाने से पिछले दो दिनों में 13 लोगों की मौत हुई है.
डॉ. दिहिंगिया ने जानकारी देते हुए कहा, “पिछले पांच दिनों में एएमसीएच में ऊपरी असम के चराईदेव, डिब्रूगढ़, शिवसागर और तिनसुकिया ज़िलों से जहरीले मशरूम खाने से बीमार पड़े 35 मरीजों को भर्ती किया गया था, जिनमें से 13 मरीजों की मौत हो गई है.”
उन्होंने बताया, “सोमवार को चार मौतें हुई थीं जबकि मंगलवार को नौ और लोगों की मौत हो गई. सभी पीड़ितों ने अपने घरों में जंगली जहरीले मशरूम को सामान्य मशरूम समझकर खा लिया था. इस मशरूम को खाने के बाद उन सभी को जी मिचलाना, उल्टी और पेट में मरोड़ जैसी शिकायत हुई. जब तबीयत ज़्यादा खराब होने लगी तो उनको एएमसीएच में इलाज के लिए लाया गया.”
पिछले पांच दिनों में 31 वयस्कों और चार बच्चों को जहरीले मशरूम के कारण एएमसीएच में भर्ती कराया गया है. जिन 13 मरीजों की मौत हुई है उनमें 12 वयस्क थे और एक नाबालिग था जबकि 2 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में खाने में मशरूम काफ़ी प्रचलित है. लेकिन ऐसा माना जाता है कि असम में खाए जाने वाले इस मशरूम की जानकारी केवल राज्य की कुछ ही जनजातियों को है.
ऐसे में असम में हर साल जहरीले मशरूम खाने से बीमार पड़ने के मामले सामने आते रहते हैं. कई बार जहरीले मशरूम के सेवन से होने वाली मौतों के बारे में जानकारियां सामने नहीं आतीं. ज़्यादातर पीड़ित चाय बागान समुदाय से होते हैं.
जंगली मशरूम की हज़ारों प्रजातियों का तेज़ी से अध्ययन किया जा रहा है. इनमें से करीब 100 प्रजातियां गंभीर बीमारी का कारण बन सकती हैं और घातक साबित होती हैं.
-एजेंसियां
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