Muscle knot के शुरुआती लक्षणों में सिरदर्द, कानों में दर्द, दातों में दर्द और सोने में मुश्किल आदि शामिल
जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ हमारी कार्यशैली में भी बदलाव आया है। अब शारीरिक परिश्रम की जगह हम एसी दफ्तरों में बैठकर काम करने वाली नौकरी को महत्व देते हैं। काम करने की यह शैली देखने में तो आरामदायक लगती है, लेकिन यह आराम आपको बीमार बनाता रहता है और आपको पता भी नहीं चलता।
काम के बदलते घंटों और तनावभरी नौकरियों के चलते अधिकतर प्रोफेशनल्स कंफ्यूटर के आगे घंटों एक ही पॉस्चर में बैठे रहते हैं, जिसके कारण muscle knot का खतरा बढ़ जाता है। तनाव, चिंता, डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) और चोट आदि ऐसे कारक हैं जो इस बीमारी के जोखिम को बढ़ाते हैं। मसल नॉट कई बार बेहद दर्दनाक भी होती हैं। muscle knot वाले क्षेत्र हार्ड और संवेदनशील होते हैं, जो लंबे समय की रेस्ट पोजीशन के कारण भी उभर आते हैं।
वैशाली के Center for Knee and Hip Care के वरिष्ठ प्रत्यारोपण सर्जन डॉक्टर अखिलेश यादव ने बताया आज के समय में अधिकांस ऑफिसों के काम का तरीका बहुत ही तनावभरा होता है। काम के ज्यादा घटों और अधिक तनाव के कारण कर्मचारियों में मसल नॉट (गांठ) होने का खतरा रहता है। चूंकि, अधिकतर कर्मचारी लगातार कई घंटों तक एक ही पॉस्चर में बैठ कर काम करते हैं, इसलिए वे मसल नॉट की समस्या के शिकार बनते हैं। मसल नॉट के शुरुआती लक्षणों में सिरदर्द, कानों में दर्द, दातों में दर्द और सोने में मुश्किल आदि शामिल हैं। ये शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं लेकिन खासतौर पर ये गर्दन, कंधों, पीठ और कूल्हों के पास विकसित होते हैं।
डॉक्टर अखिलेश यादव ने बताया आमतौर पर ये समस्या चोट लगने या तनाव के कारण होती है, जिसका घरेलू उपायों से इलाज संभव है। यदि समस्या गंभीर नहीं है तो नॉर्मल एक्सरसाइज, मसाज, शारीरिक सक्रियता, काम के बीच ब्रेक लेने और ऑइंटमेंट आदि से समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन कुछ मामलों में मसल नॉट का दर्द असहनीय होता है, जिसका तत्काल इलाज आवश्यक है। इस दौरान व्यक्ति की मांसपेशियों में सूजन हो जाती है। इस समस्या के लक्षणों के साथ खांसी और सर्दी के लक्षण भी नजर आने लगते हैं। समय पर निदान और इलाज के साथ इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।
एक सक्रिय जीवनशैली के साथ संतुलित आहार के सेवन और बैठने, चलने और झुकने के दौरान सतर्कता से मसल नॉट की समस्या से बचा जा सकता है। ऑफिस में काम करते वक्त हर एक घंटे में ब्रेक लेकर शरीर को स्ट्रेच करें। इससे मांसपेशियों का तनाव कम होगा और उनकी जकड़न भी दूर होगी जिससे आपको मसल नॉट की समस्या नहीं होगी।
-up18 Pr Agency
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