बरबीघा के युवा चिकित्सक डॉ. ऋषभ कुमार: अस्पताल से लेकर राजनीति तक सेवा का नया अध्याय

विविध

पटना (बिहार), अगस्त 23: बरबीघा (शेखपुरा) की धरती ने हमेशा प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को जन्म दिया है। इन्हीं में से एक नाम आज समाजसेवा और राजनीति दोनों क्षेत्रों में तेजी से उभर रहा है– डॉ. ऋषभ कुमार। IGIMS, पटना के ऑर्थोपेडिक्स विशेषज्ञ और सहायक प्रोफेसर के रूप में डॉ. ऋषभ ने चिकित्सा क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ सामाजिक सरोकार और नेतृत्व के नए आयाम भी स्थापित किए हैं।

सेवा की विरासत

डॉ. ऋषभ कुमार को सेवा की प्रेरणा उनके पिता डॉ. सहजानन्द प्रसाद सिंह (पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष – IMA, रजिस्ट्रार – BCMR और स्थायी सदस्य – NMC) से मिली। चिकित्सा जगत में उनकी पहचान एक स्तंभ के रूप में रही है।
डॉ. ऋषभ का मानना है कि “सेवा हमारे संस्कारों में है और यही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।”

शिक्षा और उपलब्धियां

डॉ. ऋषभ ने MBBS – पीएमसीएच, पटना (2010)और MS (ऑर्थोपेडिक्स) – केएमसीएच, कटिहार (2015)में प्रथम प्रयास में सफलता प्राप्त की। वर्तमान में IGIMS, पटनाके ट्रॉमा और इमरजेंसी (ऑर्थोपेडिक्स) यूनिट में सहायक प्रोफेसर के रूप में सेवाएँ दे रहे हैं।

अब तक वे सैकड़ों जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक कर चुके हैं। उन्होंने 50,000+ लोगों का निःशुल्क इलाजकिया है और 10 वर्षों से नियमित रूप से मुफ्त सर्जरीकर रहे हैं। इसके अलावा, “मिशन फॉर विजन फॉर ऑल”के तहत 500+ मोतियाबिंद सर्जरीकरवाई गई हैं और बरबीघा में मासिक हेल्थ कैंप का आयोजन भी किया जाता है। डॉ. ऋषभ कहते हैं कि “मरीज के चेहरे पर मुस्कान ही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”

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समाजसेवा और जन-जागरूकता

अस्पताल की सीमाओं से बाहर भी डॉ. ऋषभ समाजसेवा और जनजागरण अभियानों में सक्रिय हैं। उन्होंने “आपके बेटा, आपके द्वार”अभियान चलाकर गाँव-गाँव जाकर सेवा की है। इसके अलावा, वे महिला शिक्षा और शराबबंदी पर जागरूकता अभियान, गौ सेवा, वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में भी सक्रिय हैं। हेल्थ पॉडकास्ट और मीडिया इंटरव्यू के माध्यम से वे लगातार स्वास्थ्य शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं।

ऐतिहासिक पदयात्रा – भारत रत्न आंदोलन

हाल ही में उन्होंने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह (श्री बाबू)को भारत रत्न दिलाने की मांग को लेकर मौर गाँव (शेखपुरा) से पटना तक पदयात्रा का नेतृत्व किया। इस आंदोलन ने उन्हें युवाओं के बीच एक सशक्त नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया और पूरे मार्ग पर जनता ने उनका भरपूर उत्साहवर्धन किया।

सम्मान और उपलब्धियां

डॉ. ऋषभ कुमार को सेवा और समाजसेवा के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। इनमें प्रमुख हैं–

  • MIRCHI LIFELINE AWARD– सेवा समर्पण हेतु
  • स्वामी सहजानन्द सरस्वती पुरस्कार– सामाजिक योगदान हेतु

राजनीति में नई पहचान

बरबीघा और शेखपुरा क्षेत्र की जनता अब उन्हें केवल चिकित्सक नहीं, बल्कि एक भविष्य के नेता के रूप में भी देख रही है। राजनीति में उनकी बढ़ती सक्रियता और जनसंपर्क ने उन्हें एक मजबूत चेहरा बना दिया है। डॉ. ऋषभ का कहना है–
“संघर्ष चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, मैं अपने क्षेत्र और जनता के लिए हमेशा खड़ा रहूँगा।”

सामाजिक समरसता और आनेवाले लक्ष्य

बरबीघा की सामाजिक विविधता में हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास डॉ. ऋषभ लगातार कर रहे हैं। उनका विज़न है–

  • स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
  • युवाओं के लिए शिक्षा व रोजगार
  • किसानों को सम्मान और सहयोग

वे मानते हैं कि “राजनीति का उद्देश्य केवल सत्ता नहीं बल्कि हर वर्ग की सेवा होना चाहिए।”

जनता की उम्मीदों का चेहरा

बरबीघा और शेखपुरा की जनता डॉ. ऋषभ को अब केवल डॉक्टर नहीं बल्कि “जनता का बेटा और भविष्य का नेता”मानने लगी है। उनकी लोकप्रियता और सक्रियता यह संकेत दे रही है कि आनेवाले दिनों में वे बिहार की राजनीति में एक मजबूत और ईमानदार चेहरा बन सकते हैं।