आगरा। विश्व धरोहर ताजमहल के रॉयल गेट पर आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक एक मधुमक्खी का छत्ता टूटकर नीचे गिर गया। इस घटना से ताजमहल का दीदार करने आए पर्यटकों में भगदड़ मच गई। जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आईं हैं।
आज दोपहर के समय जब पर्यटकों की काफी भीड़ रॉयल गेट से प्रवेश कर रही थी, तभी अचानक जोरदार आवाज के साथ एक बड़ा मधुमक्खी का छत्ता टूटकर नीचे गिर गया। छत्ता के गिरते ही मधुमक्खियों के झुंड ने पर्यटकों पर हमला कर दिया। इस हमले से बचने के लिए पर्यटक इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इस घटना के बाद ताजमहल प्रशासन ने तत्काल रॉयल गेट से पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया। घटना में एक दिव्यांग व्यक्ति समेत कई लोगों के मधुमक्खियों के हमले का शिकार होने की खबर है, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।
घटना ने ताजमहल की सुरक्षा और रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के कर्मचारियों की घोर लापरवाही को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने एएसआई कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ताजमहल जैसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थल पर तैनात कर्मचारियों की ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है।
लोगों का आरोप है कि एएसआई कर्मचारी कुम्भकर्ण की नींद सोते रहते हैं और हादसे के बाद ही जागते हैं। इस घटना के बाद ताजमहल प्रशासन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एएसआई को तत्काल उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।