27, 28, 29 जनवरी 2025 को तंत्रिकालदर्शी चमत्कारी मां मातंगी दिव्य धाम में एक अद्वितीय और ऐतिहासिक आयोजन संपन्न हुआ। इस दौरान मां बगलामुखी यंत्र रूपी 51×51 फीट के विशाल यज्ञ कुंड का निर्माण किया गया, जो कि सृष्टि के निर्माण से लेकर अब तक विश्व में पहली बार हुआ। इस भव्य यज्ञ में 11 टन (11,000 किलो) सूखी लाल मिर्च की आहुति समर्पित की गई, जो अपने आप में एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक घटना थी। यही कारण है कि इस महायज्ञ को 11,000 किलो लाल मिर्च की आहुति देने के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
यह अविश्वसनीय उपलब्धि सिर्फ छत्तीसगढ़ राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष के लिए भी गर्व का विषय बनी, जिसने वैश्विक स्तर पर भारतीय सनातन संस्कृति की महिमा को प्रतिष्ठित किया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में 19 फरवरी 2025 को दुबई के “Atlantis – The Palm” होटल में मां मातंगी दिव्य धाम का सम्मान किया गया।
इस गरिमामयी अवसर पर भारत सरकार के मंत्री, माननीय श्री रामदास आठवले जी के द्वारा मां मातंगी दिव्य धाम को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया। इस सम्मान को धाम का नेतृत्व करने के लिए विशेष रूप से दुबई पहुंचे एडवोकेट अविनाश ऑटे ने स्वीकार किया।
इस गरिमामयी सम्मान समारोह में अनेक प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें –
भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री, माननीय रामदास आठवले
भारत सरकार के पूर्व सचिव, डॉ. विश्वपति त्रिवेदी, IAS
फेडरेशन ऑफ यूएई चैंबर्स के सचिव जनरल, हुमैद मोहम्मद बेन सालेम
दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष, महिर अब्दुलकरीम जुल्फार
वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के सीईओ, एड. संतोष शुक्ला
मध्य पूर्व के अध्यक्ष, डॉ. जितेंद्र मटलानी
अल मक्तूम फाउंडेशन, यूएई के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य, मिर्जा हुसैन अल सायेघ
यूएई एयर फ़ोर्स के निदेशक ऑपरेशन्स, मोहम्मद अल माज़मी
धाम के प्रमुख गुरुदेव डॉ. श्री. प्रेम साई जी महाराज “चलते दरबार” की व्यस्तता एवं अन्य राज्यों, विशेषकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले आगामी बगलामुखी यज्ञ अनुष्ठानों के आयोजन में व्यस्त होने के कारण इस सम्मान समारोह में स्वयं उपस्थित नहीं हो सके। लेकिन कुछ दिनों बाद लंदन के संसद भवन में इसी यज्ञ के लिए गुरुदेव एवं भारत देश को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें गुरुदेव स्वयं उपस्थित रहकर भारतीय सनातन संस्कृति का नेतृत्व करेंगे। इसके पश्चात, जापान में भी इस विश्व-विश्रुत बगलामुखी यज्ञ के लिए गुरुदेव का विशेष सम्मान किया जाएगा।
बगलामुखी यज्ञ के अद्भुत लाभ:
1. नकारात्मक शक्तियों का नाश: इस महायज्ञ से समस्त दुष्ट शक्तियों एवं नकारात्मक प्रभावों का समूल नाश होता है।
2. शत्रु बाधा निवारण एवं विजय: बगलामुखी देवी को शत्रु बाधा निवारण की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। यह यज्ञ शत्रु बाधा से मुक्ति दिलाने एवं शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में अत्यंत प्रभावी है।
3. कोर्ट-कचहरी विवाद से मुक्ति: जिन व्यक्तियों के कानूनी मामले लंबे समय से उलझे हुए हैं, उनके लिए यह यज्ञ अत्यंत लाभकारी है।
4. समाज में मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा: इस यज्ञ के प्रभाव से व्यक्ति को समाज में उच्च प्रतिष्ठा, मान-सम्मान एवं अपार प्रसिद्धि प्राप्त होती है।
5. सफलता एवं समृद्धि: यह यज्ञ हर क्षेत्र में सफलता दिलाने में सहायक है, चाहे वह व्यवसाय, करियर, शिक्षा, या व्यक्तिगत जीवन हो।
6. युद्ध में विजय एवं राजनीतिक सफलता: जो लोग राजनीतिक क्षेत्र में सफलता चाहते हैं या किसी बड़े लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए यह यज्ञ अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होता है।
7. गृह क्लेश, अशांति एवं डिप्रेशन से मुक्ति: यह यज्ञ मानसिक शांति प्रदान करता है, गृह क्लेश, अशांति एवं अवसाद (डिप्रेशन) को समाप्त करता है।
8. रोगों से मुक्ति: इस यज्ञ के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती हैं एवं उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
9. आकर्षण शक्ति में वृद्धि: यह यज्ञ व्यक्ति के व्यक्तित्व में विशेष आकर्षण उत्पन्न करता है, जिससे समाज में उसकी पहचान और प्रभावशाली उपस्थिति बढ़ती है।
10. जीवन को सुखमय बनाना: यह यज्ञ व्यक्ति के जीवन में समस्त प्रकार की बाधाओं को समाप्त कर उसे सुख-समृद्धि एवं शांति प्रदान करता है।
यह विश्व-विख्यात बगलामुखी यज्ञ सनातन संस्कृति की अद्भुत शक्ति और गौरव का प्रतीक बन चुका है। गुरुदेव डॉ. श्री. प्रेम साई जी महाराज के आशीर्वाद से इस प्रकार के महायज्ञ आगे भी विभिन्न राज्यों एवं देशों में आयोजित किए जाएंगे, जिससे भारतवर्ष की आध्यात्मिक धरोहर और सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार पूरे विश्व में हो सके।
जय माँ बगलामुखी!
माँ मातंगी दिव्य धाम
नोट- ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है ।