आगरा। नारी सशक्तिकरण और महिला उत्थान को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचार गोष्ठी में देश के जाने-माने वक्ताओं का मार्गदर्शन आगरा की महिलाओं को मिलेगा। भारत के हर घर में देवी अहिल्याबाई होल्कर जैसी बेटियां जन्म लें, जो राष्ट्र की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करें। इस उद्देश्य हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आगामी 17 फरवरी को पुण्यश्लोका रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर महिला संगोष्ठी आयोजित की जा रही है।
आयोजन के संबंध में शुक्रवार को खंदारी परिसर स्थित शिवाजी मंडपम में तैयारी पर चर्चा हुई। इस अवसर पर कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र का विमोचन भी किया गया। मां भारती और रानी अहिल्याबाई होल्कर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए बैठक में कार्य योजना तैयार की गई। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम की जिम्मेदारी और कर्तव्यों से रूबरू कराया गया।
विभाग संघचालक चौधरी राजन सिंह ने बताया कि देवी अहिल्याबाई होल्कर की विरासत अद्वितीय है, क्योंकि उन्होंने 30 वर्षों तक शासन किया और अनंत काल के लिए एक अमिट छाप और प्रेरणा छोड़ी। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी आगरा में 17 फरवरी को दोपहर 2:30 बजे से महिला गोष्ठी आयोजित करेगा, जिसमें देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की प्रेरणास्पद जीवन यात्रा का स्मरण किया जाएगा और उनसे प्रेरणा लेकर महिलाएं कैसे समाज की दशा को प्रेरक दिशा दें, इस पर संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी अपना व्यक्तव्य रखेंगे।
सह विभाग कार्यवाह रमेश जी ने बताया कि कार्यक्रम में विश्व विख्यात लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी भी नारियों को उनके आत्मसम्मान के साथ लोक कल्याण का पाठ पढ़ाएंगी।
विभाग संपर्क प्रमुख सीए संजीव महेश्वरी ने बताया कि गोष्ठी का विषय परिवार व्यवस्था की मेरुदंड− भारतीय नारी होगा, जिस पर 1200 गणमान्य महिलाओं को संबोधित किया जाएगा।
सह विभाग संपर्क प्रमुख देवेंद्र त्यागी बताया कि रानी अहिल्याबाई होल्कर कर्तव्य, सादगी, धर्म के प्रति समर्पण, प्रशासनिक कुशलता, दूरदृष्टि एवं उज्जवल चारित्रय का अद्वितीय आदर्श थीं। इसका संदेश दीपक जैन के निर्देशन में नाटिका द्वारा दिया जाएगा।
विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी और महानगर प्रचार प्रमुख विनीत शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना का यह शताब्दी वर्ष भी है। इस पर्व के सुअवसर पर प्रयास है कि पंच परिवर्तन के माध्यम से कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्वदेशी जीवन शैली एवं नागरिक शिष्टाचार के संदेश को मातृशक्ति के सक्रिय योगदान से समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाने का कार्य किया जाए।
इस अवसर पर पूर्व सदस्य राज्य महिला आयोग निर्मला दीक्षित, जिला महिला समन्वयक सीकरी बबीता पाठक, गणेश राम नागर सरस्वती शिक्षा मंदिर बल्केश्वर की अध्यक्ष सीए अमिता गर्ग, प्रबंधक एवं राष्ट्र सेविका समिति की विभाग कार्यवाहिका श्रुति सिंघल, मनीष अग्रवाल रावी आदि उपस्थित रहे।