पीएम मोदी ने गुरुवार को गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव’ प्रस्ताव, जिसका उद्देश्य देश में सभी चुनावों को एक ही दिन या एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर एक साथ कराना है, जल्द ही स्वीकृत हो जाएगा और एक वास्तविकता बन जाएगा.
खरगे ने किया पलटवार
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, पीएम मोदी जो कहेंगे वो नहीं करेंगे क्योंकि जब तक ये बिल संसद में नहीं आएगा तब तक उन्हें सबको विश्वास में लेना होगा तभी ये होगा. एक राष्ट्र एक चुनाव असंभव है.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ प्रस्ताव, जिसका उद्देश्य देश में सभी चुनावों को एक ही दिन या एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर एक साथ कराना है, जल्द ही स्वीकृत हो जाएगा और एक वास्तविकता बन जाएगा. प्रस्ताव को इस साल की शुरुआत में कैबिनेट की ओर से मंजूरी दी गई थी और इसे इस साल के अंत में संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा.
उन्होंने कहा, “हम अब ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा, भारत के संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग होगा और देश को विकसित भारत के सपने को साकार करने में नई गति मिलेगी. आज भारत ‘एक राष्ट्र एक नागरिक संहिता’ की ओर बढ़ रहा है, जो एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता है.”