Agra News: पति गोलगप्पे नहीं खाने देता, हो गई घर मे रार, मामला पहुँचा पुलिस परामर्श केंद्र

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आगरा जिले के पुलिस परामर्श केंद्र में पति-पत्नी के बीच विवाद के ऐसे मामले पहुंच रहे हैं जिन्हें जानकर और सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे और सोचने पर मजबूर हो जाएंगे क्या यह विवाद पति-पत्नी के बीच रिश्तों की रार बन सकते हैं।

आगरा के पुलिस परामर्श केंद्र में ऐसे ही दो मामले पहुंचे। एक दंपति के बीच पानी के गोलगप्पे रिश्ते टूटने की वजह बन तो वही दूसरे दंपति के बीच आरओ का पानी न मिलने पर पति पत्नी के बीच विवाद खड़ा हो गया और नौबत रिश्ता टूटने तक आ गयी।

काउंसलर सतीश खिरवार के पास पहुंचा पहले मामले में पति पत्नी के बीच की विवाद की जड़ पानी के गोलगप्पे बने थे। जानकारी के मुताबिक पत्नी को गोलगप्पे बेहद पसंद हैं। वहीं पति उसे गोलगप्पे नहीं खाने देता है। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ और मामला थाने पहुंच गया। दोनों के इस विवाद को सुलझाने के लिए उन्हें पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र भेजा गया। यहां काउंसलर ने दोनों ने दोनों को समझाया और सुलह कराई। इस दौरान पत्नी काउंसलर को बताया कि पति को गोलगप्पे खिलाने से मना कर दिया तो पत्नी मायके आ गई। पत्नी ने आरोप लगाया कि पति न घुमाता है ना ही गोलगप्पे खाने देता है।

काउंसलर सतीश ने बताया पति का कहना था कि अगर उसे गोलगप्पे लाकर नहीं दो तो वह रोटी नहीं बनाती और फिर झगड़ा होता है। जिद में आकर गोलगप्पे लाना बंद कर दिया। दोनों के बीच समझौता करा कर घर भेज दिया गया।

दूसरे मामले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। दंपती के बीच विवाद की वजह एक आरओ बन गया। दहेज में मिले वाटर प्यूरीफायर को पति ने ससुराल में नहीं लगवाया और पत्नी को खारा पानी पिला दिया। इस पर पत्नी ने घर में बवाल मचा दिया। थाने में शिकायत पहुंची कि दहेज में बहुत सारा सामान ले लिया, लेकिन उसका उपयोग नहीं करते। जब ये मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा तो बात कुछ और ही निकली।

काउंसलर सतीश खिरवार ने बताया कि पत्नी को मायके से वाटर प्यूरीफायर मिला था, लेकिन पति ने उसे पैक करके रख दिया और नल का पानी ही प्रयोग करता रहा। पत्नी के आरओ लगाने की बात को अनसुना करता रहा।

फिर एक दिन दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, लेकिन पति पर फिर भी कोई फर्क नहीं पड़ा। इस बात से गुस्साई पत्नी ने ससुराल छोड़ दिया। इसके बाद थाने पहुंचकर शिकायत भी की। मामला परिवार परामर्श केन्द्र पहुंचा तो वहां काउंसलर ने दोनों पक्षों को सुना। दोनों का समझौता करा दिया गया है। पति ने भी आरओ लगाने का आश्वासन दिया है।