लापता सगी बहनों की तलाश में चंदौली पुलिस के हाथ खाली! 15 बीतने के बाद भी पुलिस दे रही है सिर्फ खोजबीन का आश्वासन

स्थानीय समाचार

पीड़ित परिजनों ने ग्राम स्वराज्य समिति से लगाई मदद की गुहार

चंदौली: खबर जनपद चंदौली से है जहां सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव निवासी दो सगी बहनें दस अगस्त से ही घर से लापता हैं। परिजनों ने सदर थाना पुलिस पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराकर उनकी बरामदगी की मांग की। लेकिन मामला दर्ज होने के 15 दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पीड़ित परिजनों की माने तो चंदौली पुलिस गुमशुदगी के इस मामले की पड़ताल में नरमी बरत रही है और सिर्फ तलाश में जुटे होने का आश्वासन दे रही है।

बता दें कि गांव निवासी मदन प्रसाद को दो बेटियां एवं एक पुत्र है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का जीविकोपार्जन मेहनत – मजदूरी से चलता है।10 अगस्त 2024 को बेटियां बालिग और नाबालिग घर पर अकेली थीं। परिवार के अन्य सदस्य मेहनत मजदूरी करने चले गए थे। दो बजे के करीब माता मीरा देवी जब घर पहुंची तो दरवाजा बाहर से बंद मिला। खोलकर अंदर जाने पर दोनों घर से नदारद मिली। मां मीरा देवी में जाकर पूछताछ की तो उनका कहीं पता नहीं चला। परिवार के अन्य सदस्य भी मौके पर पहुंचे और दोनों लड़कियों की तलाश में जुट गए, रात तक खोजबीन के बाद भी जब कहीं अता – पता नहीं चला तो थाना चंदौली पहुंचकर गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया।

मीडिया सूत्रों की माने तो भाई के अनुसार बड़ी बहन फोन पर किसी से बात कर रही थी, मोबाइल छीन कर रख लिया और माता – पिता ने उसे डांट – फटकार लगाई। भाई के अनुसार उनकी बहनों को झांसा देकर कोई युवक भगाकर कहीं ले गया है। पीड़ितो की माने तो पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी युवक से पूछताछ कर उसे छोड़ दिया और मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया।

भाई ने बताया की लगातार थाना के चक्कर लगाकर पुलिस से बहनों की कोई अपडेट मिली के बाबत पूछता हूं, लेकिन अभी तक सिर्फ तलाश किए जाने का आश्वासन मिला है। पीड़ित परिजनों ने एसपी चंदौली से मामले में न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि चंदौली पुलिस के अनुसार गुमशुदा बहनों की तलाश जारी है, जल्द ही उनको बरामद कर लिया जाएगा। वहीं पीड़ित परिजनों ने ग्राम स्वराज्य समिति से दोनों सगी बहनों की गुमशुदी के मामले में मदद की गुहार लगाई है, मौके पर पहुंचकर संस्था के सदस्यों द्वारा यथासंभव मदद का आश्वासन दिया गया है।

रिपोर्टर- ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली