आगरा। हरीपर्वत पुलिस ने संजय प्लेस स्थित केनरा और पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से छेड़छाड़ कर ग्राहकों का कैश निकालने वाले दो शातिरों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपियों से एक पूर्व में एटीएम में कैश लोड करने वाली एजेंसी का कर्मचारी है। शातिर एटीएम का चाबी से हुड खोलते थे। अंदर कैश विंडो के पास एक पत्ती लगा देते थे। ग्राहकों का कैश अंदर ही रह जाता था। वे यह सोचकर लौट जाते थे कि मशीन में कैश नहीं होगा। जो रकम खाते से कटी है, वापस आ जाएगी.
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि 20 अगस्त को केनरा बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक ने हरीपर्वत थाने में मुकदमा लिखाया। बताया कि एक ग्राहक ने ऑन लाइन शिकायत की थी। बताया था कि उसने एटीएम से कैश निकाला। कैश बाहर नहीं आया। उसे लगा मशीन में रकम नहीं है। वह लौट गया। उसके खाते से जो रकम कटी थी वह अभी तक वापस नहीं आई है।
बैंक स्तर से शिकायत पर जांच की गई थी। जिसमें एक संदिग्ध एटीएम में दिखा था। 10 और 11 अगस्त को एटीएम से छेड़छाड़ करके एक दर्जन से अधिक ग्राहकों का कैश उड़ाया गया था। सीसीटीवी में शातिर कैद थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। कैमरों से ही शातिरों का पीछा किया। सर्विलांस की मदद ली गई। पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में पता चला कि सिर्फ केनरा बैंक के ही एटीएम से छेड़छाड़ नहीं हुई थी शातिरों ने पीएनबी के एटीएम को भी निशाना बनाया था।
ऐसे करते थे वारदात
सिरसागंज निवासी मोहित कुमार पूर्व में जिस कंपनी में काम करता था वह कंपनी एटीएम में कैश लोड करती थी। मोहित को पता था कि एटीएम का हुड चाबी से खुल सकता है। एटीएम से जिस विंडो से कैश बाहर आता है, वह अंदर से बंद हो जाएगी तो ग्राहक द्वारा निकाली नगदी हुड (एटीएम का ऊपरी कवर) में ही फंसी रह जाएंगी। मोहित ने पुलिस को बताया कि उसने एटीएम हुड की चाबी बना रखी थी। एटीएम में कैश विन में होता है। उसे काटना कठिन है। समय अधिक लगता है। यह तरीके से सिर्फ उन ग्राहकों का पैसा निकाल सकते हैं जो पत्ती लगाने के दौरान कैश निकालने आते हैं।
इनकी हुई गिरफ्तारी
मूलतः मधुबनी बिहार निवासी सौरभ मिश्रा। हाल निवासी विपिन गार्डन एक्सटेंशन दिल्ली। मोहित कुमार निवासी सिरसागंज। आरोपियों के पास से 15300 रुपये, दो मोबाइल, दो पत्ती, एक चाबी आदि सामान बरामद किया।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.