केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया सामने आई है. पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग काम के आधार पर नहीं लड़ पा रहे हैं, वे सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो फैला रहे हैं. वे आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए मेरी आवाज, अमित शाह की आवाज और जेपी नड्डा की आवाज में ऐसी बातें बुलवा रहे हैं, जो हमने कभी सोची भी नहीं हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “यह क्लिप लोकतंत्र प्रेमी हर व्यक्ति को शर्मशार करने वाली है. जो लोग एनडीए से काम के आधार पर राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं, वे अब सोशल मीडिया पर फेक वीडियो फैला रहे हैं. प्रधानमंत्री ने आगे दावा किया, “ये लोग ऐसे वीडियो जारी कर के देश में तनाव पैदा करना चाहते हैं. ये लोग चाहते हैं कि आने वाले महीने में कुछ अनहोनी घटनाएं घटें, जिसके लिए खेल खेले जा रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ चुनाव आयोग कठोर कार्रवाई.”
अमित शाह से जुड़े वीडियो में क्या था?
दरअसल, वायरल वीडियो में कथित रूप से छेड़छाड़ की गई थी. क्लिप में अमित शाह के बयान को आरक्षण खत्म करने का बयान बना दिया गया था. उन्होंने कहा था कि राज्य में मुसलमानों के लिए कोटा खत्म कर देंगे पर वीडियो में छेड़छाड़ कर सभी आरक्षण खत्म करने की बात डाल दी गई.
वहीं दिल्ली पुलिस को रविवार को इस सिलसिले में दो शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है. अब इस मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को दिल्ली पुलिस ने नोटिस जारी किया है. पुलिस ने सोमवार (29 अप्रैल) को अमित शाह के फेक वीडियो को प्रसारित करने के मामले में रेड्डी को नोटिस जारी करते हुए 1 मई को अपना पक्ष रखने को कहा है.
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए नोटिस में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को अपना फोन भी लाने को कहा गया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी. दरअसल, रेवंत रेड्डी ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर किया था. तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था.
-एजेंसी
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