चुनाव आयोग ने होम मिनिस्ट्री को पत्र लिखकर मांग की है कि बंगाल में अर्ध सैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां को सुरक्षा की दृष्टि से तैनात की जाएं ताकि चुनाव बिना किसी दखल के हो सकें। बता दें कि चुनाव आयोग के आदेश पर बंगाल में होम मिनिस्ट्री की ओर से सीआरपीएफ की 55 कंपनियों और बीएसएफ की 45 कंपनियों की तैनाती की जानी है।
चुनाव अधिकारियों ने आदेश दिया है कि 15 अप्रैल तक या फिर उससे पहले ही अर्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात कर दिया जाए। इससे पहले बुधवार को चुनाव आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की एक मीटिंग बुलाई थी। इसमें कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया गया था।
बंगाल में 7 चरणों में होना है लोकसभा का चुनाव
पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास रहा है इसलिए चुनाव आयोग ने इस सूबे में 7 चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल में 19 अप्रैल को पहले राउंड की वोटिंग होगी और 1 जून को आखिरी चरण का मतदान होगा। बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं।
खिसक सकती है ममता की जमीन
2019 के आम चुनाव में टीएमसी ने राज्य की 22 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा के 18 उम्मीदवार विजयी हुए थे। इस बार भाजपा का दावा है कि वह पहले नंबर पर आएगी। यही नहीं चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भाजपा के सबसे ज्यादा सीटें जीतने की भविष्यवाणी की है।
-एजेंसी