दिवाली के दिन सीएम योगी आदित्यानाथ अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने पूजा अर्चना की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ राम मंदिर गए। उन्होंने रामलला के दर्शन किए। मंदिर के इस भ्रमण को तामझाम से दूर रखा गया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या अब एक नए युग में प्रवेश कर रही है और दीपोत्सव इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि 88 राजदूत अयोध्या आने के लिए आए। जो नहीं आ पाए, उन्होंने बताया कि उन्होंने अयोध्या आने का मौका खो दिया। उन्होंने कहा कि 80 और 90 के दशक में जिस अयोध्या में कर्फ्यू और अराजकता थी, वह अब इन सबके मुक्त होकर एक नए युग में प्रवेश कर रही है। योगी ने कहा कि 54 देशों के 88 राजदूत दीपोत्सव में शामिल होने के लिए अयोध्या आए थे। जो नहीं आ पाए उन्होंने मैसेज करके बताया कि उन्होंने अयोध्या आने का मौका खो दिया है।
इसके बाद योगी ने राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की और प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों की चर्चा की। योगी ने कहा अयोध्या के दीपोत्सव की साक्षी पूरी दुनिया बनी है। दीपोत्सव का भव्य रूप उसी श्रृंखला का हिस्सा था जो मोदी के विजन के अनुरूप आगे बढ़ रहा है। दीपावली का पर्व सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का माध्यम है। अयोध्या जो रामराज्य की भूमि है और रामराज्य में हर तबके के लिए दलित, वंचित, जनजाति हर समाज के लोगों के लिए सम्मान है। उसके आगे बढ़ने के लिए अवसर है।
मुख्यमंत्री ने सुबह का नाश्ता कार सेवक पुरम में संतों के साथ किया। साथ ही मंदिर निर्माण की तैयारियों पर बातचीत की। दस बजे के बाद सीएम विशेष से गोरखपुर रवाना हो गए। दिवाली का पर्व वह गोरखपुर में ही मनाएंगे।
Compiled: up18 News