गृहमंत्री अमित शाह गुजरात के गांधीनगर में राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल शिक्षा और अनुसंधान संस्थान के स्थायी परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुये। उन्होंने यहां सभा को संबोधित करते हुये कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) ने विश्वभर में फार्मा के क्षेत्र में भारत की एक मजबूत छवि बनाने का काम किया है। आज नाइपर, अहमदाबाद के स्थायी परिसर का उद्घाटन कर रहा हूं। प्रधानमंत्री की कल्पना से बने नाइपर ज्ञान, शिक्षा, व्यापार, अनुसंधान को जोड़ने वाला सेतु बनकर भारत को फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का काम किया।
अमित शाह ने कहा कि नाइपर की स्थापना शिक्षा, अनुसंधान, क्वालिटी और एक्सीलेंस, इन चारों को मिलाकर व्यापार, उत्पादन और लोगों की सेवा के साथ जोड़ने के उद्देश्यों के साथ हुई थी। पिछले 3 वर्षों से नाइपर गांधीनगर देश के टॉप 10 फार्मेसी संस्थानों में सूचीबद्ध है। अब सुविधा बढ़ने से यह शीर्ष पर जरूर पहुंचेगा।
7 हजार से ज्यादा रिसर्च पेपर प्रकाशित
नाइपर आज देश भर में फार्मा के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बना चुका है। यहां के लगभग 8 हजार छात्र प्रोफेशनल क्षेत्र में अपनी सफलताओं को सिद्ध कर चुके हैं। 380 से ज्यादा पेटेंट रजिस्टर करने का सम्मान इस संस्थान के पास है। यहां 7 हजार से ज्यादा रिसर्च पेपर भी प्रकाशित किए हैं।
APIs और KSMs में भारत बनेगा एक्सपर्ट
मोदी सरकार ने Active pharmaceutical ingredients (APIs) और Key Starting Materials (KSMs) के लिए एक होलिस्टिक एप्रोच के साथ एक सुदीर्घ नीति को अपनाया है। आने वाले 10 साल के अंदर APIs और KSMs के क्षेत्र में भारत न केवल आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि हम इसे एक्सपर्ट भी करेंगे।
स्वास्थ्य क्षेत्र में पीएम मोदी ने किया ध्यान केंद्रित
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र बीमारी से जूझ रहे गरीबों के लिए एक राहत का केंद्र बने हैं। मोदी जी की इस योजना को जिन इंडस्ट्रीज ने समर्थन दिया है, उन सभी ने देश के गरीबों के जीवन को सुलभ बनाने में बड़ा योगदान दिया है। चाहे आयुष्मान भारत योजना हो, PHC, CHC से लेकर वेलनेस सेंटर को मजबूत बनाना हो, योग से स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करना हो या मेडिकल क्षेत्र में सीटों को 2.5 गुना बढ़ाना हो, प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक होलिस्टिक एप्रोच के साथ ध्यान केंद्रित किया है।
Compiled: up18 News