इसरो की NavIC टेक्नोलॉजी से युक्त है APPLE का iPhone 15 Pro

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क्या है NavIC टेक्नोलॉजी

यह ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (Global Positioning System) का भारत का स्वदेशी वर्जन होगा। हालांकि, इसे अमेरिका सरकार द्वारा ही चलाया जाएगा। मोबाइल चिपसेट में स्वदेशी टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन के लिए इसरो ने क्वालकम के साथ मिलकर काम किया है।

अब इसरो सीधे एपल के साथ मिलकर A17 Pro चिपसेट के लिए काम कर रहा था। एपल और इसरो ने मिलकर भारत की स्वदेशी नेविगेशन टेक्नोलॉजी NavIC को नए आईफोन प्रो मॉडल में पेश किया है। एपल की ऑफिशियल वेबसाइट पर प्रो मॉडल के लोकेशन सेगमेंट में NavIC टेक्नोलॉजी देखी जा सकती है।

NavIC टेक्नोलॉजी कैसे करती है काम

NavIC के साथ एपल यूजर को दो तरह की लोकेशन सर्विस मिलती हैं। यूजर को स्टैंडर्ड पॉजिशनिंग सर्विस (standard positioning service) के साथ-साथ एनक्रिप्टेड सर्विस भी मिलती है।

एनक्रिप्टेड सर्विस सुरक्षा एजेंसियो और मिलिट्री एक्सेस के लिए पेश की गई हैं। हालांकि, यह देखने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा कि एपल के प्रो मॉडल में भारतीय यूजर्स के लिए यह सुविधा कब तक पेश की जा सकेगी।

– एजेंसी


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