अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और दूसरे अधिकारियों को ऑनलाइन हिंसक धमकियां देने वाले एक व्यक्ति की एफबीआर रेड के दौरान गोली लगने से मौत हो गई है. यूटा राज्य में राष्ट्रपति की यात्रा से कुछ घंटे पहले एफबीआई के लोग, क्रेग रॉबर्टसन को उनके घर गिरफ्तारी का वॉरंट देने की कोशिश कर रहे थे.
एक आपराधिक शिकायत में कहा गया है कि रॉबर्टसन ने राष्ट्रपति बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ केस में जांच का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति के लिए फेसबुक पर धमकियां पोस्ट की थीं.
इससे ज़्यादा जानकारी फ़िलहाल एफबीआई ने नहीं दी है. यह रेड एजेंसी ने स्थानीय समयानुसार क़रीब 6.15 पर डाली थी.
आपराधिक शिकायत में रॉबर्टसन के उन पोस्टों का विवरण है, जिसमें वे बंदूकों के साथ बाइडन और एल्विन ब्रैग को मारने की धमकी दे रहे थे.
मैनहट्टन के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग, उस केस में जांच का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप पर एक फ़िल्म स्टार को पैसे देकर अपना मुंह बंद रखने के आरोप लगे थे.
शिकायत के मुताबिक व्यक्ति ने अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड और न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स को भी ऑनलाइन निशाना बनाया था.
उन्होंने फ़ेसबुक पर पोस्ट किया था, “मैंने सुना है कि बाइडन यूटा आ रहे हैं. मैं अपना पुराना गिला सूट निकाल रहा हूं और एम24 स्नाइपर राइफल से धूल साफ़ कर रहा हूं.”
शिकायत के मुताबिक़ रॉबर्टसन एफबीआई के निशाने पर मार्च महीने में तब आए जब उन्होंने सोशल नेटवर्क ट्रुथ सोशल पर ब्रैग के खिलाफ हिंसक पोस्ट किया था.
इसके बाद एफबीआई के एजेंटों ने रॉबर्टसन से मुलाकात की थी और तब उन्होंने इस धमकी भरे पोस्ट को महज एक सपना बताया था और कहा था कि अगली बार बिना वारंट के मत आना.
रॉबर्टसन इसके बाद नहीं रुके. उन्होंने बंदूकों के साथ कई अधिकारियों को धमकी दी और ये मैसेज मंगलवार देर रात तक जारी रहे, जिसके बाद एफबीआई ने यह कार्रवाई की.
Compiled: up18 News