मणिपुर के मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं. विपक्षी दलों की मांग है कि पीएम मोदी मणिपुर के मुद्दे पर संसद के अंदर बोलें और इस मुद्दे पर चर्चा हो.
सत्तारूढ़ बीजेपी का कहना है, ”सरकार बहस के लिए तैयार है. मगर अगर मणिपुर की बात होगी तो राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की भी बात होगी.”
इस मुद्दे पर मॉनसून सत्र के शुरू होने के बाद से ही हंगामा हो रहा है. माना जा रहा है कि ये हंगामा मंगलवार सुबह भी जारी रहेगा.
इस बीच बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के एक बयान की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है.
मनोज तिवारी ने एक निजी चैनल के रिपोर्टर से कहा, ”हम तो मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं. ये भाग रहे हैं लेकिन हम चाहते हैं कि मणिपुर के साथ राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ की चर्चा हो. जहां कहीं भी बलात्कार हुए हैं. राजस्थान में इनके मंत्री कह रहे हैं कि ये मर्दों का प्रदेश है, बलात्कार कर सकते हैं. ये मणिपुर की बात कर रहे हैं.”
मार्च 2022 में राजस्थान में मंत्री शांति धारीवाल का विधानसभा में दिया एक बयान चर्चा में रहा था.
धारीवाल ने कहा था- ”रेप के मामले में हम नंबर एक पर हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है. रेप के मामले में नंबर एक पर क्यों हैं? कहीं न कहीं गलती है. वैसे भी राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है. रेप के साथ मर्डर के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है और राजस्थान 11वें नंबर पर है.”
धारीवाल के इसी डेढ़ साल पुराने बयान का ज़िक्र मनोज तिवारी कर रहे थे.
मनोज तिवारी ने कहा, ”मणिपुर में जो घटना हुई, हम उसके भी विरोध में हैं. ये कहते हैं कि राजस्थान में मर्द हैं इसलिए बलात्कार करेंगे. इन बेशर्मों को कौन समझाए. हम तो चर्चा चाहते हैं. चल रही है अंदर चर्चा. ये आएं. इन नामर्दों को मैं चुनौती देता हूं कि आओ. कैसे कह सकते हो कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है. राहुल, सोनिया और प्रियंका कहां हैं. कहीं भी बेटियों का अपमान हो रहा है तो आइए चर्चा करते हैं.”
इस बयान की सोशल मीडिया पर चर्चा है. कुछ लोग मनोज तिवारी के बयान पर आपत्ति जता रहे हैं और कह रहे हैं कि ये एक सांसद की भाषा है?
वहीं कुछ लोग#IStandWithManojTiwari के साथ लिख रहे हैं कि मनोज तिवारी ने कुछ गलत नहीं कहा है.
Compiled: up18 News
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