अमेरिका द्वारा वियतनाम में बनाई जा रही एंबेसी से कई प्रतिशत कम बजट में हो गया भारत के नए संसद भवन का निर्माण

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देश को नया संसद भवन मिल गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने रीति रिवाज के साथ इसका उद्घाटन किया. आधुनिक सुविधाओं से लैस ये संसद भवन भारत की एकता, अखंडता और विरासत और लोकतंत्र का अद्भुत उदाहरण है. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन को बनाने का काम दिसंबर 2020 से चल रहा था.

भारत में संसद भवन के निर्माण में खर्च हुए 971 करोड़

देश के नए संसद भवन के निर्माण में तकरीबन 971 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसमें आधुनिक सुविधाओं से लैस दोनों सदन, केंद्रीय हॉल, आधुनिक चैंबर, पुस्तकालय सब तैयार किया गया है. इस चार मंजिला इमारत में छह द्वार बनाए गए हैं, जिनमें तीन प्रमुख द्वार वीवीआईपी और प्रमुख नेताओं के लिए है. यदि वियतमान में अमेरिका द्वारा खर्च किए जा रहे बजट से तुलना की जाए तो बेहद कम राशि में देश को नई संसद मिल गई.

एक भारत-श्रेष्ठ भारत का परिचायक

नया संसद भवन एक भारत श्रेष्ठ भारत का परिचायक है, यहां पुराने कल्चर को भी सहेज कर रखा गया है और आधुनिक जरूरतों को भी पूरा गया है. खास बात ये कि भवन में जो सामग्री लगी है वह देश के अलग-अलग हिस्सों से मंगवाई गई है. नए भवन में जिस लकड़ी का प्रयोग किया गया है वह सागौन की लकड़ी नागपुर से लाई गई है. जबकि राजस्थान से बलुआ पत्थर, ग्रेनाइट और लाल ग्रेनाइट मंगाया गया है. इसका फर्नीचर मुंबई में तैयार हुआ तो फाल सीलिंग जिस स्टील से बनाई गई है वह दमन और दीव से मंगाई गई है. संसद में लगा अशोक चक्र इंदौर से मंगाया गया है.

खास बात ये है कि नए संसद भवन के निर्माण में जितना बजट खर्च हुआ है, यह अमेरिका द्वारा वियतनाम में बनाई जा रही एंबेसी से कई प्रतिशत कम है. हाल ही में वियतनाम दौरे पर गए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन ब्लिकंन ने इस दूतावास की नींव रखी थी. उनके साथ वियतमान में अमेरिकी राजदूत मार्क नैपर और वियतनाम के विदेश मंत्री बुई थान सन भी थे.

अमेरिका ने हाल ही में वियतनाम की राजधानी में स्थित हनोई में दूतावास के लिए परियोजना तैयार की है. इस पर तकरीबन 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च किया जाना है. एक दिन पहले ही अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन ब्लिंकन ने वियतनाम दौरे पर इस दूतावास की नींव रखी थी.भारतीय रुपयों में यदि इस राशि को देखें तो ये तकरीबन 99 अरब 16 करोड़ 50 लाख होती है.

जबकि भारत में बने नए संसद भवन पर इस राशि का तकरीबन दसवां हिस्सा खर्च किया गया है. वियतनाम में जो अमेरिकी दूतावास बनाया जा रहा है उसे बीएल हार्बर्ट इंटरनेशनल द्वारा डिजाइन किया जा रहा है जो इससे पहले ग्वाटेमाला मैक्सिको, तुर्की आदि दूतावासों का काम कर चुके हैं.

-एजेंसी


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