मध्यप्रदेश: जबलपुर में हनुमानजी को लगाया गया 1000 किलो के वजनी लड्‌डू का भोग, 12 कारीगरों ने 15 दिन में किया तैयार

Religion/ Spirituality/ Culture

देश में ‘हनुमान जयंती ‘धूमधाम से मनाई जा रही है। जगह-जगह मंदिरों में भजन, पूजन, हनुमान चालीसा, रामायण पाठ और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। मंदिरों में जय बजरंगबली के जयकारे गूंज रहे है । मध्यप्रदेश के जबलपुर में हनुमानजी को एक हजार किलो (एक टन) वजनी बूंदी के लड्‌डू का भोग लगाया गया। धार के धामनोद में मंदिर की नोटों से सजावट की गई। छिंदवाड़ा के सिमरिया में हेलिकॉप्टर से हनुमानजी की मूर्ति पर फूल बरसाए गए।

जबलपुर में पचमठा हनुमान मंदिर पर बजरंगबली को एक टन वजनी बूंदी के लड्‌डू का भोग लगाया गया है। इसके प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा जाएगा। लड्‌डू को 12 कारीगरों ने 15 दिन में तैयार किया है।

मंदिर समिति जबलपुर के मुताबिक लड्डू को विशेष प्रकार के सांचे में ढाल कर बनाया गया है। इस सांचे को नागपुर से बुलवाया गया। एक टन वजनी लड्डू बनाने के लिए 350 किलो चने की दाल, 500 किलो शक्कर, 15 किलो ड्रायफूट्स समेत 35 टीन तेल, शुद्ध घी और करीब 25 गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल किया गया।

धार जिले के धामनोद में बालाजी मंदिर को रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर जैसे सजाया गया है। यहां के ग्राम फरसपुरा स्थित बालाजी मंदिर में भगवान बालाजी की प्रतिमा और मंदिर को नोटों से सजाया गया है। मंदिर के अंदर की दीवार व छत तक में नोटों की सजावट की गई है।मंदिर में 20, 50, 100, 200 व 500 के नोटों से आकर्षक श्रृंगार व सजावट की है। मंदिर समिति से ही जुड़े गौरव तिवारी ने बताया कि मंदिर में भगवान का श्रृंगार अलग-अलग व्यक्ति करते हैं।

राजधानी भोपाल में शाम को पुराने शहर में शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात रहा। इसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। खास है कि सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के बीच यह शोभायात्रा निकाली गई। मुस्लिम समाज के लोगों ने शोभायात्रा पर फूल बरसा कर स्वागत किया। इसके अलावा भी कई जगह से शोभायात्राएं निकाली गईं। वहीं, हनुमान मंदिरों में भंडारे और महाआरती हुई।