बहराइच: रेलवे की तानाशाही से हजारों परिवार होंगे भुखमरी के कगार पर, लोगों ने कैंडल मार्च निकाल जताया विरोध

विविध

चटाई, गल्ला, फल, सब्जी उद्योग बचाने को लेकर कैंडल यात्रा

बहराइच। दरगाह ओवर ब्रिज स्थित रेलवे क्रॉसिंग समपार संख्या 42 को रेल विभाग द्वारा बंद करने को लेकर जनमानस में व्यापक असंतोष व्याप्त हो गया है।

उल्लेखनीय है कि संपार संख्या 42 मार्ग से गल्ला मंडी, सब्जी मंडी, फल मंडी के साथ ही भारत का प्रमुख नामचीन चटाई उद्योग भी जुड़ा हुआ है। शहर में जीवन यापन करने वालों की धड़कनोँ को इसी रास्ते सुबह शाम अपने व्यापार के सिलसिले मे आने वाले गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

इस संबंध में प्रख्यात समाज सेवी हरजीव अग्रवाल ने बताया कि ओवरब्रिज फुटपाथ रहित है, और चौड़ाई भी कम है, ब्रिज की ऊंचाई अधिक होने के कारण हाथ ठेले और मानव रिक्शे वालों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है तो कभी ठेलों से फल सब्जी वगैरह गिर जाते हैं या फिर से रिक्शे पलट जाते हैं । जिस कारण कई दुर्घटनाएं अब तक हो चुकी है। रेलवे व राज्य सरकार के अधिकारियों को कई बार उक्त समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन उनके द्वारा कोई संज्ञान जनहित में नहीं लिया गया

श्री अग्रवाल ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी से गुहार लगाई है। क्रॉसिंग के विरोध में एक शांति कैंडल मार्च बहराइच शहर वासियों और शहर की गरीब मजदूरी करने वाली जनता द्वारा निकाला गया जिसमें सब्जी वालों फल वालों ठेले – ठेलिया वालों, तांगे वालों, टैम्पों वालों ने कंधे से कंधा मिलाकर अपना विरोध दर्ज कराया।

उक्त कैंडल मार्च में धनञ्जय सिंह, हरजीव कुमार अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, शशि कांत अग्रहरि, धनञ्जय शर्मा, किशन पांडे, मोहम्मद अली, डॉ इकबाल मंसूरी पूर्व चेयरमैन हाजी रेहान खाँ आढ़ती व तेजे ख़ाँ, के0 के0 सक्सेना, विष्णु शर्मा, गोलू गुड्डू, आदि लोग उपस्थित रहे।

-आनन्द गुप्ता/के0के0 सक्सेना