‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की खोज चौथे दिन भी जारी रहने के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि जो लोग देश के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा और राज्य की शांति से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.
भगवंत मान ने पंजाब की मौजूदा स्थिति पर दिए संदेश में कहा, “पिछले दिनों कुछ तत्व ऐसे थे जो विदेशी ताकतों के हाथ चढ़कर पंजाब में माहौल खराब करने की बातें कर रहे थे, नफ़रत भरी स्पीच दे रहे थे, क़ानून के ख़िलाफ़ बोल रहे थे. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की गई है और उन्हें पकड़ा गया है. ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी.”
भगवंत मान ने पंजाब के अमन-चैन को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि देश के ख़िलाफ़ राज्य में पनप रही किसी भी ताकत को बख़्शा नहीं जाएगा.
हालांकि, उन्होंने एक बार भी अमृतपाल सिंह या वारिस पंजाब दे संगठन का नाम नहीं लिया.
अमृतपाल सिंह ने बीते दिनों अपने साथी को छुड़ाने के लिए पंजाब के अजनाला में थाने का घेराव किया था. उस दौरान काफ़ी हंगामा देखने को मिला था.
इसके बाद बीते शनिवार से पंजाब में अमृतपाल सिंह को गिरफ़्तार करने की कोशिश जारी है. अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर ने इस बीच सरेंडर कर दिया है और उन्हें असम के डिब्रूगढ़ की जेल भेजा गया है.
उन्होंने कहा, “पंजाब की शांति के लिए हम सख़्त से सख़्त कार्रवाई करेंगे. जो लोग बुरी संगत में फंसकर पंजाब का बुरा करने का सपना भी देख रहे होंगे, तो ये उनकी गलतफ़हमी होगी.”
सीएम मान ने कहा कि उनके ख़ून का एक-एक कतरा पंजाब के लिए है.
Compiled: up18 News